शिमला: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के नतीजों के बाद सियासी संकट गहरा गया है. इन दिनों हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. बुधवार को सत्र की शुरूआत में ही खूब हंगामा हुआ. जिसके बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने भाजपा के 15 विधायकों को सस्पेंड कर दिया.
ये विधायक हुए सस्पेंड
जिन विधायकों को सस्पेंड किया गया उनमें नेता विपक्ष जयराम ठाकुर, विपिन परमार, रणधीर शर्मा, लोकेंद्र कुमार, विनोद कुमार, हंस राज, जनकराज, बलवीर वर्मा, त्रिलोक जमवाल, सुरेंद्र शौरी, दीप राज, पूर्ण चंद्र, इंद्र सिंह गांधी, दलीप ठाकुर और रणवीर निक्का शामिल हैं.
सदन 12 बजे तक स्थगित
सदन में हंगामा होने के कारण स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. जिसके बाद सत्ता पक्ष के सभी सदस्य और स्पीकर सदन से चले गए लेकिन विपक्ष के सदस्य सदन के अंदर वेल में नीचे बैठकर नारेबाजी करने लगे. बीजेपी के विधायक वोटिंग की मांग कर रहे हैं.
बुधवार को क्या हुआ?
दरअसल बुधवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने नियम 319 के तहत विपक्ष के सदस्यों के निष्कासन का प्रस्ताव पेश किया. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मंगलवार को बीजेपी विधायकों ने स्पीकर के साथ गलत व्यवहार किया. जिसके बाद हर्षवर्धन चौहान ने नेता विपक्ष जयराम ठाकुर समेत अन्य विधायकों के निष्काषन का प्रस्ताव पेश किया. जिसे स्पीकर को पढ़ा और प्रस्ताव पारित कर दिया. इसके बाद भाजपा के विधायक हंगामा करते हुए वेल तक पहुंच गए. स्पीकर ने एक्शन लेने की वॉर्निंग दी लेकिन स्पीकर के खिलाफ बीजेपी विधायकों की नारेबाजी जारी रही. जिसके बाद स्पीकर ने मार्शल को आदेश दिया कि भाजपा सदस्यों को सदन से बाहर कर दिया जाए. हंगामा होता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.