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हेमकुंड साहिब के आज एक बजे बंद होंगे कपाट, 12 बजे पढ़ी जाएगी अंतिम अरदास

हेमकुंड साहिब के कपाट आज एक बजे शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. हेमकुंड साहिब में 12 बजे इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी जाएगी.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 3 hours ago

Hemkund Sahib in Uttarakhand
उत्तराखंड हेमकुंड साहिब (Photo- ETV Bharat)

चमोली (उत्तराखंड): सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब 10 अक्टूबर यानि आज कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. जिसके लिए हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आज दोपहर साढ़े 12 बजे हेमकुंड साहिब स्थित गुरुद्वारे के दरबार साहिब में इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी जाएगी. जिसके बाद दरबार साहिब से गुरु साहिब जी के पंच प्यारों की अगुवाई में पवित्र गुरुग्रंथ साहिब जी को सचखंड में सोवित कर दिया जाएगा. ठीक दोपहर एक बजे हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

गौर हो कि इस साल सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर यानि आज बंद होंगे. वहीं इस बार पुणे के जत्थेदार भाई सुरिंदरपाल सिंह के संगत द्वारा दरबार साहिब में इस वर्ष की अंतिम शबद कीर्तन का पाठ किया जायेगा. इस मौके पर सेना के गढ़वाल स्काउट और पंजाब के बैंड की मधुर संगीत भी सप्त श्रृंग की चोटियों में गुंजायमान होंगे. हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि इस बार कपाट बंद होने के पावन अवसर पर करीब 2,500 से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहेंगे.

उन्होंने बताया कि यात्रा कुशलता से चली और पिछले साल की तुलना में इस वर्ष श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढ़ा है. इस साल बुधवार तक 1 लाख 83 हजार 219 श्रद्धालओं ने मत्था टेका. बता दें कि हेमकुंड साहिब उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. हेमकुंड साहिब को सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह की तपस्थली मानी जाती है. साथ ही हेमकुंड साहिब को दुनिया का सबसे ऊंचा गुरुद्वारा भी है, जहां श्रद्धालु बड़ी तादाद में कपाट खुलने के बाद मत्था टेकने आते हैं.
पढ़ें-भारी बारिश से बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब में घटी श्रद्धालुओं की संख्या, फूलों की घाटी कर रही आकर्षित

चमोली (उत्तराखंड): सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब 10 अक्टूबर यानि आज कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे. जिसके लिए हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आज दोपहर साढ़े 12 बजे हेमकुंड साहिब स्थित गुरुद्वारे के दरबार साहिब में इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी जाएगी. जिसके बाद दरबार साहिब से गुरु साहिब जी के पंच प्यारों की अगुवाई में पवित्र गुरुग्रंथ साहिब जी को सचखंड में सोवित कर दिया जाएगा. ठीक दोपहर एक बजे हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

गौर हो कि इस साल सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्टूबर यानि आज बंद होंगे. वहीं इस बार पुणे के जत्थेदार भाई सुरिंदरपाल सिंह के संगत द्वारा दरबार साहिब में इस वर्ष की अंतिम शबद कीर्तन का पाठ किया जायेगा. इस मौके पर सेना के गढ़वाल स्काउट और पंजाब के बैंड की मधुर संगीत भी सप्त श्रृंग की चोटियों में गुंजायमान होंगे. हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि इस बार कपाट बंद होने के पावन अवसर पर करीब 2,500 से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहेंगे.

उन्होंने बताया कि यात्रा कुशलता से चली और पिछले साल की तुलना में इस वर्ष श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढ़ा है. इस साल बुधवार तक 1 लाख 83 हजार 219 श्रद्धालओं ने मत्था टेका. बता दें कि हेमकुंड साहिब उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. हेमकुंड साहिब को सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह की तपस्थली मानी जाती है. साथ ही हेमकुंड साहिब को दुनिया का सबसे ऊंचा गुरुद्वारा भी है, जहां श्रद्धालु बड़ी तादाद में कपाट खुलने के बाद मत्था टेकने आते हैं.
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