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रेड अलर्ट! उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश और भूस्खलन से तबाही, 3 की मौत ,तीस्ता नदी उफान पर - Heavy rainfall hits sikkim

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 13, 2024, 4:41 PM IST

Updated : Jun 13, 2024, 4:59 PM IST

Heavy Rainfall and Landslide hit sikkim: सिक्किम में भारी बारिश की वजह से प्रशासन की ओर से तीस्ता में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. भारी बारिश की वजह से तीन लोगों के मारे जाने की खबर है. पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग और सिक्कम प्रशासन लगातर संपर्क में हैं. वहीं उत्तरी सिक्किम के जिला कलेक्टर ने आपात स्थिति से निपटने के लिए बैठक बुलाई है. पिछले साल अचानक आई बाढ़ की वजह से तीस्ता बाजार में बाढ़ आ गई थी. लोग फिर से चिंतित हो उठे हैं.

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फोटो (ANI)

गंगटोक/सिलीगुड़ी/कलिम्पोंग: सिक्किम में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. खबर है कि, यहां तीस्ता नदी उफान पर है. जिसके कारण लाचुंग में बाढ़ की स्थिति बन गई है. अब तक तीन शव बरामद किए जा चुके हैं. राज्य में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश होने के वजह से भूस्खलन से जनजीवन अस्त व्यस्त सा हो गया है. उत्तरी सिक्किम के लाचुंग इलाके से खबर आ रही है जहां, भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद गुरुवार को लाचुंग के पार्कसांग से तीन अज्ञात शव बरामद किए गए. इस घटना के बाद उत्तरी सिक्किम के जिला कलेक्टर ने आपात बैठक बुलाई है. पार्कसांग इलाके में 3 शवों की बरामदगी के अलावा, अंबीथांग में बारिश और भूस्खलन की वजह से सात घरों को भारी नुकसान पहुंचा है. वहीं दो लोगों के लापता होने की भी खबर है. वहीं घायल एक व्यक्ति इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.

उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश से तबाही
सूत्रों के मुताबिक, लगातार बारिश के कारण तीस्ता नदी काफी उफान पर है. इसके बाद लाचुंग में बाढ़ की स्थिति बन गई है. नदी के किनारे बने कई घर पानी की तेज बहाव में बह गए. इतना ही नहीं बाढ़ के कारण कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. तीस्ता नदी ने सिंघथम और रंगपो में रेड अलर्ट का निशान पार कर लिया. जिसके कारण सिक्कम का कलिम्पोंग से संचार कट ऑफ हो गया है. खबर यह भी है कि, भारी बारिश की वजह से राज्य के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने के कारण बंगाल-सिक्किम लाइफलाइन माने जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 कभी भी बंद हो सकता है. कलिम्पोंग अलग-थलग हो चुका है. साथ ही जोरबंगलो की ओर जाने वाली सड़क पानी में डूब गई है और सभी संचार फिलहाल बंद हो गए हैं.

तीस्ता नदी उफान पर
बता दें कि, सिक्किम में बुधवार रात से लगातार बारिश हो रही है. कुछ जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग के पास तीस्ता का पानी बढ़ गया है. तीस्ता नदी के उफान पर होने की वजह से पहाड़ पर रहने वाले लोगों को जानमाल और मकानों के नुकसान का डर सताने लगा है. लोगों को डर है कि, अगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया तो पर्यटन पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा.

पिछले साल तीस्ता बाजार में आई थी बाढ़, कलिम्पोंग का रास्ता बंद
पिछले साल अक्टूबर में अचानक आई बाढ़ के कारण तीस्ता बाजार क्षेत्र में बाढ़ आ गई थी, जिसको याद करके आज भी लोग सिहर जाते हैं. इस बार फिर से ऐसे ही स्थिति बन रही है. तीस्ता बाजार एक बार फिर से बाढ़ की चपेट में है. दूसरी ओर, तीस्ता का पानी ओवरफ्लो होने के कारण मल्ली में एक जगह पर राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा ढह गया है. हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 अभी भी बंद नहीं है लेकिन, कलिम्पोंग का रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. प्रशासन की ओर से तीस्ता में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. पूरी स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहले ही मौके पर पहुंच चुके हैं. हालांकि, तीस्ता बाजार, मल्ली इलाके के निवासी तीस्ता का पानी बढ़ने से भयभीत हैं. जब तक सिक्किम में बारिश नहीं रुकती तब तक जलस्तर नीचे जाने का सवाल ही नहीं उठता.

भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति
सिक्किम में गुरुवार को पूरे दिन बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. अगर ऐसा हुआ तो एक बार फिर बाढ़ की स्थिति बन सकती है. कलिम्पोंग के जिलाधिकारी बालासुब्रमण्यम टी ने कहा, ''हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं. सिक्किम प्रशासन लगातार संपर्क में है.' इस बीच, सिक्किम के मैंगन जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश के बाद राहत कार्य शुरू कर दिया है. वे लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, कलिम्पोंग में तीस्ता नदी के उफान पर होने से कलिम्पोंग के तीस्ता बाजार और मल्ली इलाके में बाढ़ की स्थिति की आशंका है. बुधवार आधी रात से नदी का पानी इलाके में घुसना शुरू हो गया. कई लोग जान बचाने के लिए अपने घरों से भाग रहे हैं क्योंकि उन्हें अभी भी पिछले अक्टूबर में सिक्किम में अचानक आई बाढ़ की याद सता रही है.

लोगों में डर का माहौल
अक्टूबर में, भयानक बाढ़ ने सिक्किम में बांध तोड़ दिया था. उस समय करीब 80 घर पानी में बह गए और कई लोगों की जान चली गई थी. घटना के कुछ महीने बाद, गुरुवार की सुबह से तीस्ता बाजार और मल्ली के निवासियों में वही डर फिर से पैदा हो गया है. सुबह जैसे ही कई घरों में पानी घुस गया, अचानक आई बाढ़ की भयानक यादें ताजा हो गईं . वहां के लोग अपनी जान बचाने के लिए आवश्यक सामग्री लेकर पहाड़ी से नीचे सुरक्षित स्थानों पर चले गए. स्थानीय लोगों की चिंताएं धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं. वे यह सोच रहे हैं कि जब मानसून आएगा तो क्या होगा.

ये भी पढ़ें: भूस्खलन के कारण सिक्किम में जनजीवन ठप, राष्ट्रीय राजमार्ग-10 बंद

गंगटोक/सिलीगुड़ी/कलिम्पोंग: सिक्किम में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. खबर है कि, यहां तीस्ता नदी उफान पर है. जिसके कारण लाचुंग में बाढ़ की स्थिति बन गई है. अब तक तीन शव बरामद किए जा चुके हैं. राज्य में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश होने के वजह से भूस्खलन से जनजीवन अस्त व्यस्त सा हो गया है. उत्तरी सिक्किम के लाचुंग इलाके से खबर आ रही है जहां, भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद गुरुवार को लाचुंग के पार्कसांग से तीन अज्ञात शव बरामद किए गए. इस घटना के बाद उत्तरी सिक्किम के जिला कलेक्टर ने आपात बैठक बुलाई है. पार्कसांग इलाके में 3 शवों की बरामदगी के अलावा, अंबीथांग में बारिश और भूस्खलन की वजह से सात घरों को भारी नुकसान पहुंचा है. वहीं दो लोगों के लापता होने की भी खबर है. वहीं घायल एक व्यक्ति इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.

उत्तरी सिक्किम में भारी बारिश से तबाही
सूत्रों के मुताबिक, लगातार बारिश के कारण तीस्ता नदी काफी उफान पर है. इसके बाद लाचुंग में बाढ़ की स्थिति बन गई है. नदी के किनारे बने कई घर पानी की तेज बहाव में बह गए. इतना ही नहीं बाढ़ के कारण कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. तीस्ता नदी ने सिंघथम और रंगपो में रेड अलर्ट का निशान पार कर लिया. जिसके कारण सिक्कम का कलिम्पोंग से संचार कट ऑफ हो गया है. खबर यह भी है कि, भारी बारिश की वजह से राज्य के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने के कारण बंगाल-सिक्किम लाइफलाइन माने जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 कभी भी बंद हो सकता है. कलिम्पोंग अलग-थलग हो चुका है. साथ ही जोरबंगलो की ओर जाने वाली सड़क पानी में डूब गई है और सभी संचार फिलहाल बंद हो गए हैं.

तीस्ता नदी उफान पर
बता दें कि, सिक्किम में बुधवार रात से लगातार बारिश हो रही है. कुछ जगहों पर राष्ट्रीय राजमार्ग के पास तीस्ता का पानी बढ़ गया है. तीस्ता नदी के उफान पर होने की वजह से पहाड़ पर रहने वाले लोगों को जानमाल और मकानों के नुकसान का डर सताने लगा है. लोगों को डर है कि, अगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया तो पर्यटन पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा.

पिछले साल तीस्ता बाजार में आई थी बाढ़, कलिम्पोंग का रास्ता बंद
पिछले साल अक्टूबर में अचानक आई बाढ़ के कारण तीस्ता बाजार क्षेत्र में बाढ़ आ गई थी, जिसको याद करके आज भी लोग सिहर जाते हैं. इस बार फिर से ऐसे ही स्थिति बन रही है. तीस्ता बाजार एक बार फिर से बाढ़ की चपेट में है. दूसरी ओर, तीस्ता का पानी ओवरफ्लो होने के कारण मल्ली में एक जगह पर राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा ढह गया है. हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 अभी भी बंद नहीं है लेकिन, कलिम्पोंग का रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. प्रशासन की ओर से तीस्ता में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. पूरी स्थिति पर नजर रखने के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहले ही मौके पर पहुंच चुके हैं. हालांकि, तीस्ता बाजार, मल्ली इलाके के निवासी तीस्ता का पानी बढ़ने से भयभीत हैं. जब तक सिक्किम में बारिश नहीं रुकती तब तक जलस्तर नीचे जाने का सवाल ही नहीं उठता.

भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति
सिक्किम में गुरुवार को पूरे दिन बारिश होने की संभावना जताई जा रही है. अगर ऐसा हुआ तो एक बार फिर बाढ़ की स्थिति बन सकती है. कलिम्पोंग के जिलाधिकारी बालासुब्रमण्यम टी ने कहा, ''हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं. सिक्किम प्रशासन लगातार संपर्क में है.' इस बीच, सिक्किम के मैंगन जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश के बाद राहत कार्य शुरू कर दिया है. वे लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, कलिम्पोंग में तीस्ता नदी के उफान पर होने से कलिम्पोंग के तीस्ता बाजार और मल्ली इलाके में बाढ़ की स्थिति की आशंका है. बुधवार आधी रात से नदी का पानी इलाके में घुसना शुरू हो गया. कई लोग जान बचाने के लिए अपने घरों से भाग रहे हैं क्योंकि उन्हें अभी भी पिछले अक्टूबर में सिक्किम में अचानक आई बाढ़ की याद सता रही है.

लोगों में डर का माहौल
अक्टूबर में, भयानक बाढ़ ने सिक्किम में बांध तोड़ दिया था. उस समय करीब 80 घर पानी में बह गए और कई लोगों की जान चली गई थी. घटना के कुछ महीने बाद, गुरुवार की सुबह से तीस्ता बाजार और मल्ली के निवासियों में वही डर फिर से पैदा हो गया है. सुबह जैसे ही कई घरों में पानी घुस गया, अचानक आई बाढ़ की भयानक यादें ताजा हो गईं . वहां के लोग अपनी जान बचाने के लिए आवश्यक सामग्री लेकर पहाड़ी से नीचे सुरक्षित स्थानों पर चले गए. स्थानीय लोगों की चिंताएं धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं. वे यह सोच रहे हैं कि जब मानसून आएगा तो क्या होगा.

ये भी पढ़ें: भूस्खलन के कारण सिक्किम में जनजीवन ठप, राष्ट्रीय राजमार्ग-10 बंद

Last Updated : Jun 13, 2024, 4:59 PM IST
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