चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने सभी को चौंका दिया. सभी एक्जिट पोल गलत साबित हुए और बीजेपी बहुमत से भी दूर हो गई. हलांकि एनडीए गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में है. हरियाणा की बात करें तो यहां भी बीजेपी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा. बेहद कम मार्जिन से कई सीटों पर बीजेपी की लाज बची. यहां तक की पीएम मोदी और अमित शाह का भी जादू नहीं चला. जहां मोदी और अमित शाह ने रैली की वहां बीजेपी हार गई.
मोदी ने 3 लोकसभा क्षेत्रों में रैली की, बीजेपी 2 सीट हारी
- हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन रैली करके 5 लोकसभा सीटों पर असर डालने की कोशिश की. 18 मई को उन्होंने अंबाला में बीजेपी उम्मीदवार बंतो कटारिया के लिए प्रचार किया. बीजेपी ये सीट हार गई. बंतो कटारिया दिवंगत रतनलाल कटारिया की पत्नी हैं. रतनलाल कटारिया 2014 और 2019 में यहां से सांसद बने थे.
- 18 मई को ही पीएम मोदी ने सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में रैली की थी. गोहाना में आयोजित इस रैली के जरिए मोदी ने सोनीपत के साथ ही रोहतक सीट को साधने की कोशिश की थी. लेकिन यहां भी मोदी का मैजिक नहीं चला और बीजेपी को दोनों सीटों पर हार ही नसीब हुई. सोनीपत और रोहतक दोनों सीटों पर कांग्रेस के जीत मिली.
- हरियाणा में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन पीएम मोदी ने 23 मई को महेंद्रगढ़ में रैली की. यहां पर भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से बीजेपी उम्मीदवार धर्मबीर बहुत मुश्किल से जीतने में कामयाब रहे. 2019 में धर्मबीर यहां से 4,44,463 वोट से जीते थे लेकिन इस बार महज 40809 वोटों से कड़ी टक्कर में जीत नसीब हुई. मोदी की इस रैली में गुड़गांव के उम्मीदवार राव इंद्रजीत भी मौजूद थे.
अमित शाह ने 3 सीटों पर रैली की, 2 पर हार
- वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिसार और रोहतक लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार किया. इन दोनों सीटों पर बीजेपी हार गई. कांग्रेस उम्मीदवारों ने यहां अपनी जीत दर्ज की. अमित शाह ने 20 मई को हिसार और रोहतक लोकसभा क्षेत्र में आने वाले झज्जर में रैली की थी. हलांकि अमित शाह ने करनाल में भी कार्यक्रम किया, जहां से बीजेपी को जीत मिली.
राहुल गांधी ने 3 सीटों पर रैली की, 2 पर कांग्रेस जीती
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा में तीन रैलियां और कार्यक्रम किए. भिवानी-महेंद्रगढ़, अंबाला लोकसभा क्षेत्र के पंचकूला और सोनीपत में राहुल की रैली हुई. इनमें से दो सीटों, अंबाला और सोनीपत पर कांग्रेस उम्मीदवार विजयी रहे. अंबाला में वरुण चौधरी और सोनीपत में सतपाल ब्रह्मचारी को जीत मिली. वहीं भिवानी-महेंद्रगढ़ में कांग्रेस बेहद कम मार्जिन से हारी. यहां बीजेपी के धर्मबीर सिंह करीब 40 हजार वोट से जीते, जबकि 2019 में उन्हें करीब साढ़े 4 लाख वोट से विजय मिली थी.