हरिद्वारः कांवड़ यात्रा इस साल 22 जुलाई से शुरू होने जा रही है. चारधाम यात्रा के दौरान ही कांवड़ यात्रा के लिए उत्तराखंड सरकार ने व्यवस्थाएं चाक चौबंद करनी शुरू कर दी है. कांवड़ यात्रा के दौरान हर साल लाखों शिव भक्त हरिद्वार गंगा जल लेने पहुंचते हैं. कुछ शिव भक्त एक एक महीने पहले ही गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार पहुंचने लगते हैं. सोमवार को भी मेरठ के शिव भक्तों का समूह हरिद्वार पहुंचा, जहां उन पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. इसके बाद थाने में जोरदार हंगामा हुआ. एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार को मामला संभालना पड़ा. हालांकि, उसके बाद हरिद्वार पुलिस की ओर से कांवड़ियों की मांगों को माना गया. तब जाकर मामला शांत हो सका.
सोमवार रात मेरठ के शिव भक्तों का ग्रुप हरिद्वार से जल भरकर पुरा महादेव मंदिर बागपत के लिए जा रहा था. तभी पुलिसकर्मियों ने कनखल थाना क्षेत्र के अंतर्गत हाईवे पर प्रेम नगर आश्रम चौक के पास शिव भक्तों को रोक दिया. इस दौरान शिव भक्तों और पुलिस कर्मियों के बीच नोकझोंक हो गई. नोकझोंक के बीच पुलिसकर्मियों ने कांवड़ियों पर लाठी चार्ज कर दिया. लाठी चार्ज में कई कांवड़ियों को चोटें आईं, साथ ही जल भी खंडित हो गया.
कनखल थाना क्षेत्र में घटी इस घटना के बाद बागपत के ही संत समाज से जुड़े लोग हरिद्वार पहुंच गए. घटना का वीडियो और कांवड़ियों को आई चोटों को देखकर देर रात तक हरिद्वार के कनखल थाने में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. इसके बाद हरिद्वार एसपी सिटी ने मौके पर पहुंचकर सभी को शांत कराया. मामले को संभालते हुए संत समाज और पुलिसकर्मियों के बीच यह तय हुआ कि जबतक लाठी चार्ज करने वाले पुलिसकर्मी माफी नहीं मांगेंगे और जहां जल खंडित हुआ है, उसी जगह जल लाकर नहीं देंगे. तब तक कोई भी बागपत की तरफ नहीं बढ़ेगा.
इसी बीच संत समाज ने बागपत से ही कई और लोगों से हरिद्वार आने की अपील कर दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिसकर्मियों ने न केवल हरिद्वार में सभी कांवड़ियों के साथ जल भरा, बल्कि कंधे पर कांवड़ रखकर उसी जगह पर कांवड़ियों को जल दिया, जहां लाठी चार्ज हुआ था. इसके बाद पुलिस कर्मियों ने उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर तक उनके साथ चलकर उन्हें आगे के लिए रवाना किया.
वहीं, इस मामले में पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि कांवड़ियों से वार्ता की गई. जो भी कंफ्यूजन था, उसे दूर कर लिया गया है. आगे विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा कि भविष्य में ऐसी कोई स्थिति न बने.
ये भी पढ़ेंः