हापुड़ : कपुरपुर इलाके के गांव सपनावत में बैंक का कर्ज न चुका पाने से परेशान माता-पिता ने बेटी के साथ जान दे दी. दो दिन पहले ही बैंक के एजेंट लोन की किश्त भरने का दबाव बनाने के लिए घर पहुंचे थे. परिवार के मुखिया ने कुछ ही दिनों में किश्त चुकाने का वादा भी किया था. इसके बाद रविवार की रात परिवार के तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की.
सपनावत गांव में संजीव राणा रहते थे. उनके परिवार में पत्नी प्रेमवती के अलावा एक बेटी पायल और 2 बेटे रिंकू और पिंटू हैं. बच्चों को पढ़ाने के लिए उन्होंने कुछ समय पहले एक निजी बैंक से लोन लिया था. शुरू में कुछ दिनों तक वह लोन की किश्तें चुकाते रहे लेकिन बाद में परिवार की माली हालत और बिगड़ गई. इससे वह किश्तें जमा नहीं कर पा रहे थे.
वहीं दूसरी ओर बैंक के एजेंट किश्तें जमा करने का लगातार दबाव बना रहे थे. 31 अगस्त को बैंक से 5 लोग गांव पहुंचे थे. उन्होंने लोन चुकाने के लिए बोला था. संजीव ने जल्द ही लोन चुकाने का भरोसा भी दिया था. इस रात में किसी समय संजीव राणा, प्रेमवती और उनकी बेटी पायल ने आत्महत्या की कोशिश की.
इससे तीनों की हालत गंभीर हो गई. आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. यहां तीनों की मौत हो गई. घटना की जानकारी पर पुलिस ने गांव पहुंचकर लोगों से पूछताछ की. सीओ स्तुति सिंह के अनुसार पुलिस घटना से जुड़े सभी बिंदुओं पर जांच-पड़ताल कर रही है. वहीं ग्रामीण हामिद और गौरव ने बताया एजेंट लगातार परिवार को परेशान कर रहे थे. वह कई दिनों से आ रहे थे.