त्रिशूर: केरल के त्रिशूर में मंगलवार को मलयालम महीने कार्किडका के पहले दिन वडक्कुनाथन मंदिर में हाथियों के लिए भोज का आयोजन किया गया. जिसमें राज्य के विभिन्न हिस्सों से 65 हाथियों ने भाग लिया. वहीं, भारी बारिश के बावजूद हजारों लोग वडक्कुनाथन मंदिर में हाथियों को देखने के लिए जमा हुए. स्कूलों में छुट्टी होने के कारण कई माता-पिता अपने बच्चों के साथ इस आयोजन को देखने पहुंचे.
समारोह की शुरुआत सुबह 5 बजे अष्टद्रव्य महागणपति होमम से हुई, जिसका नेतृत्व मंदिर के पुजारी पुलियान्नूर शंकरनारायणन नंबूदरी ने किया. इस भोज में मादा हाथियों सहित 65 हाथियों ने भाग लिया. कुट्टियाना गुरुवायुर लक्ष्मी मंदिर मेलशांति चेरुमुक श्रीराज नारायणन ने पहली खाद्य गेंद देकर जुलूस की शुरुआत की.
भोज में हाथियों के लिए 12,008 नारियल, 2,000 किलो गुड़, 2,000 किलो चावल के टुकड़े, 500 किलो मुरमुरे, 60 किलो तिल, 50 किलो शहद, गणपति नारंगा (जंगली नींबू), गन्ना और अन्य सामग्री का उपयोग करके अष्टद्रव्य तैयार किया गया. हाथियों को 500 किलो चावल के गोले, गुड़, हल्दी पाउडर, अनानास, खीरा, तरबूज जैसे आठ प्रकार के फल और पाचन के लिए विशेष दवा खिलाई गई.
इस कार्यक्रम में केवल पशु चिकित्सकों और वन विभाग द्वारा जांचे गए हाथियों ने भाग लिया. इस अवसर पर राजस्व मंत्री के राजन, विधायक पी बालचंद्रन, भाजपा के राज्य सचिव एएन नागेश और अन्य भी मौजूद थे.
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