छिंदवाड़ा। घर, दुकान और फैक्ट्री में सीसीटीवी से निगरानी तो हम सब ने देखी है. लेकिन अब किसान अपने खेतों में भी सीसीटीवी की मदद ले रहे हैं. वह इसलिए क्योंकि किसानों को अपने खेतों से लहसुन चोरी होने का डर सता रहा है. अब लहसुन के खेतों की निगरानी सीसीटीवी से की जा रही है. किसानों का कहना है पिछले 60 सालों में लहसुन के दाम इतने तेज कभी नहीं हुए. जिन किसानों ने लहसुन की खेती की है वे मालामाल हो गए हैं.
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लहसुन की कीमत 500, खेतों में लगाया CCTV
लहसुन के दाम बढ़ने के साथ ही अब किसानों को अपनी फसल चोरी होने का डर सता रहा है. इसके चलते मोहखेड़ ब्लॉक के कई किसानों ने अपने खेतों में सीसीटीवी लगा लिए हैं, ताकि उनके खेतों से लहसुन की फसल की चोरी रोकी जा सके. सांवरी के युवा किसान राहुल देशमुख ने बताया कि ''लहसुन की खेती इस साल किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही है. लेकिन उसी के चलते चोरियां भी बढ़ रही थीं, इसके चलते किसानों ने और खुद उन्होंने अपने खेतों में सीसीटीवी लगाए हैं. जिससे उनके खेतों में होने वाली चोरी भी रोकी जाएगी. साथ ही खेतों में काम करने वाले मजदूरों की भी देखरेख कर सकते हैं.''
सोलर ऊर्जा से चलते हैं सीसीटीवी कैमरे
किसानों के खेतों में कैमरे लगाने वाले गजानंद देशमुख ने बताया कि ''उन्होंने अपने खेत में भी कैमरा लगाया था. हालांकि लहसुन की फसल निकल जाने के बाद उन्होंने कैमरे हटा दिए हैं. कैमरे में खास बात यह है कि बिना बिजली के कैमरे सोलर ऊर्जा से चलते हैं और इनमें अलार्म की व्यवस्था भी है. अगर कोई संदिग्ध गतिविधि पाई जाती है तो अलार्म बजता है और किसान अगर अपने खेतों में नहीं भी है तो वह कहीं भी अपने मोबाइल से इसकी मॉनीटरिंग कर सकते हैं. कैमरे में एक सिम और एचडी कार्ड लगाया जाता है, ताकि वीडियो को सुरक्षित किया जा सके.
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छिंदवाड़ा जिले में 1500 हेक्टेयर में लगा है लहसुन
जिले में उद्यानिकी फसलों का कुल रकबा 1 लाख 30 हेक्टेयर है, जबकि इस बार करीब 1500 हेक्टेयर में लहसुन की फसल लगाई गई है. जो कि पिछले सालों की तुलना में रकबा कम बताया जा रहा है. पिछले साल भाव नहीं मिलने की वजह से किसानों को लहसुन लगाने में रुझान नहीं रहा. किसानों ने बताया है कि एकड़ में 70 से 80 मन यानि लगभग 28 से 32 क्विंटल औसत उत्पादन बताया जा रहा है. मोहखेड और परासिया क्षेत्र में किसी ने एक तो किसी ने चार एकड़ तक में लहसुन की फसल लगाई है. खेत से फसल लेकर फसल निकालना और मंडी पहुंचने तक की निगरानी भी की जा रही है.
5 से 7 गांव के किसानों ने खेतों में लगाए CCTV
मोहखेड़ ब्लॉक के ग्राम रजड़ा के किसान गजानंद देशमुख, सोहागपुर के किसान राजेश घाघरे और भोरतलाई के किसान सुदामा देशमुख के अलावा सांवरी के राहुल देशमुख, मोरडोंगरी के किसान ने भी अदरक की निगरानी के लिए अपने खेतों में सीसीटीवी लगाए हैं.