श्रीगंगानगर. जिले के किसान साल भर पानी के लिए आंदोलन करते हैं और उन्हें पूरा सिंचाई पानी नहीं मिल पाता. वहीं, आरोप है कि पंजाब के किसान गंगनहर से लगातार पानी की चोरी कर रहे हैं. इसके साथ साथ पंजाब से हजारों क्यूसेक पानी पाकिस्तान भी जा रहा है. सयुंक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने पंजाब के फाजिल्का जिले के एसएसपी वरिंदर सिंह बराड़ से मुलाकात की. एसएसपी ने कहा कि इस मामले को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर उचित कार्रवाई की जाएगी.
किसानों की फसलें सूख रही हैं: राज्यों के पानी के हिस्से के लिए हर महीने चंडीगढ़ में बीबीएमबी की बैठक होती है, जिसमें पानी का शेयर निर्धारित किया जाता है. राजस्थान की गंगनहर के लिए जून, जुलाई और अगस्त के लिए हर महीने बैठक में 2500 क्यूसेक पानी का शेयर निर्धारित किया गया था, लेकिन पिछले ढाई महीनों से पानी की मात्रा में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है और अधिकतर समय पानी 1000 से 1500 क्यूसेक तक ही रह रहा है. इससे किसानों की फसलें सूख रही हैं.
पढ़ें. गंगनहर में सिंचाई पानी को लेकर किसानों में आक्रोश, श्रीगंगानगर और अनूपगढ़ की अनाज मंडियां बंद -
1000-1500 क्यूसेक तक ही रह जाता है पानी : बता दें कि हरिके बैराज के बाद फिरोजपुर फीडर के माध्यम से पानी पंजाब की आरडी 45 तक पहुंचता और उसके बाद राजस्थान और पंजाब की नहरों में पानी छोड़ा जाता है. राजस्थान के हिस्से का 2500 क्यूसेक पानी श्रीगंगानगर के शिवपुर हेड तक पहुंचते-पहुंचते 1000 से 1500 क्यूसेक तक ही रह जाता है.
पंजाब में पानी चोरी का खुलासा : सयुंक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने पंजाब स्थित बीकानेर कैनाल का निरीक्षण किया. उनका आरोप है कि पंजाब सीमा में नहर के किनारे बड़ी संख्या में किसान पाइपें और मोटरें लगाकर पानी चोरी कर रहे हैं. किसान नहर के किनारे सोलर सिस्टम लगाकर सोलर बिजली से मोटरें चला रहे हैं. किसान नेताओं ने बताया कि नहर की जर्जर स्थिति और पानी चोरी के कारण श्रीगंगानगर के शिवपुर हेड तक पहुंचते-पहुंचते 800 से 900 क्यूसेक पानी का नुकसान हो जाता है. इससे राजस्थान के किसानों को केवल 1000 से 1500 क्यूसेक पानी मिल पा रहा है, जिससे खेतों की हालत खराब हो रही है.