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राजमार्गों पर लूट और हत्या करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, दो आरोपी गिरफ्तार - Gang Involved in Robbing Busted - GANG INVOLVED IN ROBBING BUSTED

राष्ट्रीय राजमार्गों पर लोगों के साथ लूटपाट और हत्या करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन आरोपियों को हैदराबाद के उपनगर पेड्डाम्बरपेट से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के दौरान उन्होंने पुलिस पर चाकू से हमला किया था.

Robbery and murder gang exposed
लूट और हत्या करने वाले गैंग का पर्दाफाश (फोटो - ETV Bharat Telangana Desk)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 6, 2024, 5:41 PM IST

हैदराबाद: राचकोंडा, नलगोंडा और संगारेड्डी जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर रुके वाहनों को निशाना बनाने वाले महाराष्ट्र के पार्थी गिरोह के सदस्यों को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया है. नलगोंडा जिले और अब्दुल्लापुरमेट पुलिस ने संयुक्त रूप से हैदराबाद के उपनगर पेड्डाम्बरपेट के बाहरी रिंग रोड चौराहे पर 30 साल से कम उम्र के दो लोगों को गिरफ्तार किया.

पुलिस की माने तो उन्हें बड़ी चतुराई से पकड़ा गया, क्योंकि वे दो महीने की अवधि में दस से अधिक डकैतियों और एक हत्या में शामिल रह चुके हैं. हिरासत में लेते समय आरोपियों ने पुलिसकर्मियों पर चाकू से हमला कर दिया, जिसमें एक कांस्टेबल और एक इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए.

हमला करने के बाद वह भागने की कोशिश करने लगे, जिसक बाद पुलिस ने हवा में फायरिंग की, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया. इस गिरोह से फिलहाल नलगोंडा जिले के चित्याला पुलिस स्टेशन में पूछताछ की जा रही है.

पुलिस ने बताया कि 9 जून को इस गिरोह के सदस्यों ने नलगोंडा जिले के चित्याला थाने में राष्ट्रीय राजमार्ग के बगल में सर्विस रोड पर सो रहे एक परिवार को बुरी तरह पीटा और उनसे सोना और नकदी लूट ली. इस घटना में पीड़ित परिवार की एक महिला ने पार्थी गैंग से जुड़े एक आरोपी की फोटो खींच ली थी.

इसके आधार पर नलगोंडा जिले के एसपी शरतचंद्र पवार ने गिरोह को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई. गिरोह के सदस्य मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते. लूटपाट को अंजाम देने के बाद कल्लू नाम का आरोपी परिसर में पहुंचता है. वहां वे अपने पड़ोसियों से बात करते हैं और मोबाइल फोन लेकर अपने परिवार के सदस्यों से बात करते हैं.

पुलिस ने तकनीक की मदद से कॉल डेटा एकत्र किया. उन्हें पता चला कि नलगोंडा जिले के विभिन्न हिस्सों से महाराष्ट्र के पुणे के पास इंदापुर में लगातार कॉल जा रहे हैं. पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य की पत्नी का नंबर ट्रैक किया और उस पर आने वाली कॉल पर नजर रखी. इसमें अब्दुल्लापुरमेट में पत्थर की दुकान के मालिक का नंबर भी शामिल है.

पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि महाराष्ट्र से कुछ लोग अक्सर यहां आते हैं और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर पता चला कि गिरोह इस इलाके में घूम रहा है. पुलिस ने पीड़ित महिला द्वारा खींची गई तस्वीर से सीसीटीवी को मैच किया तो एक आरोपी की पहचान हो गई. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई कर दो आरोपियों क गिरफ्तार किया.

हैदराबाद: राचकोंडा, नलगोंडा और संगारेड्डी जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर रुके वाहनों को निशाना बनाने वाले महाराष्ट्र के पार्थी गिरोह के सदस्यों को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया है. नलगोंडा जिले और अब्दुल्लापुरमेट पुलिस ने संयुक्त रूप से हैदराबाद के उपनगर पेड्डाम्बरपेट के बाहरी रिंग रोड चौराहे पर 30 साल से कम उम्र के दो लोगों को गिरफ्तार किया.

पुलिस की माने तो उन्हें बड़ी चतुराई से पकड़ा गया, क्योंकि वे दो महीने की अवधि में दस से अधिक डकैतियों और एक हत्या में शामिल रह चुके हैं. हिरासत में लेते समय आरोपियों ने पुलिसकर्मियों पर चाकू से हमला कर दिया, जिसमें एक कांस्टेबल और एक इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए.

हमला करने के बाद वह भागने की कोशिश करने लगे, जिसक बाद पुलिस ने हवा में फायरिंग की, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया. इस गिरोह से फिलहाल नलगोंडा जिले के चित्याला पुलिस स्टेशन में पूछताछ की जा रही है.

पुलिस ने बताया कि 9 जून को इस गिरोह के सदस्यों ने नलगोंडा जिले के चित्याला थाने में राष्ट्रीय राजमार्ग के बगल में सर्विस रोड पर सो रहे एक परिवार को बुरी तरह पीटा और उनसे सोना और नकदी लूट ली. इस घटना में पीड़ित परिवार की एक महिला ने पार्थी गैंग से जुड़े एक आरोपी की फोटो खींच ली थी.

इसके आधार पर नलगोंडा जिले के एसपी शरतचंद्र पवार ने गिरोह को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई. गिरोह के सदस्य मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करते. लूटपाट को अंजाम देने के बाद कल्लू नाम का आरोपी परिसर में पहुंचता है. वहां वे अपने पड़ोसियों से बात करते हैं और मोबाइल फोन लेकर अपने परिवार के सदस्यों से बात करते हैं.

पुलिस ने तकनीक की मदद से कॉल डेटा एकत्र किया. उन्हें पता चला कि नलगोंडा जिले के विभिन्न हिस्सों से महाराष्ट्र के पुणे के पास इंदापुर में लगातार कॉल जा रहे हैं. पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य की पत्नी का नंबर ट्रैक किया और उस पर आने वाली कॉल पर नजर रखी. इसमें अब्दुल्लापुरमेट में पत्थर की दुकान के मालिक का नंबर भी शामिल है.

पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि महाराष्ट्र से कुछ लोग अक्सर यहां आते हैं और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर पता चला कि गिरोह इस इलाके में घूम रहा है. पुलिस ने पीड़ित महिला द्वारा खींची गई तस्वीर से सीसीटीवी को मैच किया तो एक आरोपी की पहचान हो गई. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई कर दो आरोपियों क गिरफ्तार किया.

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