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गुवाहाटी में भगवान गणेश की 40 फीट ऊंची मूर्ति, खासियत जानकर चौंक जाएंगे आप - Ganesh Chaturthi in Assam

Ganesh Chaturthi in Assam: गणेश उत्सव बस कुछ दिन और फिर शुरू हो रहा है. इस मौके पर कुछ मूर्तिकार गुवाहाटी शहर में नॉर्थ ईस्ट की सबसे बड़ी गणेश प्रतिमा सजाने में व्यस्त हैं. वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा को गणेश पूजा का औपचारिक उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया गया है.

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गुवाहाटी में स्थापित की जाएगी भगवान गणेश की 40 फीट ऊंची मूर्ति (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 2, 2024, 8:17 PM IST

गुवाहाटी: असम में गणेश चतुर्थी का त्योहार धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है. गणेश पूजा के त्यौहार को लेकर पूरे देश में जश्न का माहौल है. गुवाहाटी शहर भी इससे अछूता नहीं है. गणेश चतुर्थी के मौके पर कुछ मूर्तिकार गुवाहाटी शहर में नॉर्थ ईस्ट की सबसे बड़ी गणेश प्रतिमा सजाने में व्यस्त हैं.

40 फीट ऊंची प्रतिमा लगभग बनकर तैयार
गुवाहाटी शहर के फटासिल अम्बारी इलाके में डॉ. बी.आर. अंबेडकर मार्ग पर गणेश की 40 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है. गणेश उत्सव के आयोजक तेलुगु एसोसिएशन, असम और डॉ. बी.आर. अंबेडकर यूथ क्लब की पहल पर पिछले 20 दिनों में गणेश की सबसे बड़ी मिट्टी की प्रतिमा बनाई गई है.

क्या बोले मूर्तिकार संजीव पाल
इलाके में भगवान गणपति की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार संजीव पाल ने कहा कि, कोलकाता के 10 मूर्तिकारों ने यह मूर्ति बनाई है. उन्होंने बताया कि, दरअसल मूर्ति 35 फीट ऊंची बननी थी, लेकिन आखिरकार मूर्ति 40 फीट ऊंची बनाई गई है. पिछले साल गणेश पूजा के अवसर पर 30 फीट ऊंची गणपति की मूर्ति बनाई गई थी. इस बार के गणेश पूजा में श्रद्धालु 40 फीट ऊंची भगवान गणपति की मूर्ति के दर्शन कर पाएंगे.

मूर्तिकार संजीव पाल ने कहा कि, उन्होंने काफी जोखिम और कड़ी मेहनत से 40 फीट ऊंची मूर्ति बनाई है. उन्होंने कहा कि, मूर्ति के निर्माण में पुआल, लकड़ी, बांस और मिट्टी की जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा कि, मूर्ति निर्माण में इस्तेमाल होने वाले सभी उत्पादों के दाम बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा कि, गणेश की प्रतिमा बनाने में 2.75 लाख रुपये खर्च हुए हैं.

7 दिवसीय कार्यक्रम के साथ मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी
डॉ. बीआर अंबेडकर युवा क्लब के सलाहकार गोविंद राव के अनुसार, गणेश चतुर्थी का आयोजन 7 सितंबर से 13 सितंबर तक सात दिवसीय कार्यक्रम के साथ किया जाएगा. राव ने कहा कि यह गणेश उत्सव हिंदू रीति-रिवाजों और असमिया और दक्षिण भारतीय संस्कृति के सहयोग से मनाया जाएगा.

30 किलो लड्डू की होगी नीलामी, सीएम करेंगे पूजा का उद्घाटन
राव ने यह भी बताया कि भगवान श्री गणेश को प्रसाद के रूप में 30 किलो लड्डू चढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि, पूजा के अंत में लड्डू की नीलामी की जाएगी. पूजा के आयोजन के लिए 12 लाख रुपये का बजट तैयार किया गया है. आयोजकों के अनुसार, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा को पूजा का औपचारिक उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया गया है.

ये भी पढ़ें: पितृ पक्ष 2024: आ गए पितरों को याद करने के दिन, जानिए कब से हो रही शुरुआत

गुवाहाटी: असम में गणेश चतुर्थी का त्योहार धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है. गणेश पूजा के त्यौहार को लेकर पूरे देश में जश्न का माहौल है. गुवाहाटी शहर भी इससे अछूता नहीं है. गणेश चतुर्थी के मौके पर कुछ मूर्तिकार गुवाहाटी शहर में नॉर्थ ईस्ट की सबसे बड़ी गणेश प्रतिमा सजाने में व्यस्त हैं.

40 फीट ऊंची प्रतिमा लगभग बनकर तैयार
गुवाहाटी शहर के फटासिल अम्बारी इलाके में डॉ. बी.आर. अंबेडकर मार्ग पर गणेश की 40 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है. गणेश उत्सव के आयोजक तेलुगु एसोसिएशन, असम और डॉ. बी.आर. अंबेडकर यूथ क्लब की पहल पर पिछले 20 दिनों में गणेश की सबसे बड़ी मिट्टी की प्रतिमा बनाई गई है.

क्या बोले मूर्तिकार संजीव पाल
इलाके में भगवान गणपति की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार संजीव पाल ने कहा कि, कोलकाता के 10 मूर्तिकारों ने यह मूर्ति बनाई है. उन्होंने बताया कि, दरअसल मूर्ति 35 फीट ऊंची बननी थी, लेकिन आखिरकार मूर्ति 40 फीट ऊंची बनाई गई है. पिछले साल गणेश पूजा के अवसर पर 30 फीट ऊंची गणपति की मूर्ति बनाई गई थी. इस बार के गणेश पूजा में श्रद्धालु 40 फीट ऊंची भगवान गणपति की मूर्ति के दर्शन कर पाएंगे.

मूर्तिकार संजीव पाल ने कहा कि, उन्होंने काफी जोखिम और कड़ी मेहनत से 40 फीट ऊंची मूर्ति बनाई है. उन्होंने कहा कि, मूर्ति के निर्माण में पुआल, लकड़ी, बांस और मिट्टी की जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा कि, मूर्ति निर्माण में इस्तेमाल होने वाले सभी उत्पादों के दाम बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा कि, गणेश की प्रतिमा बनाने में 2.75 लाख रुपये खर्च हुए हैं.

7 दिवसीय कार्यक्रम के साथ मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी
डॉ. बीआर अंबेडकर युवा क्लब के सलाहकार गोविंद राव के अनुसार, गणेश चतुर्थी का आयोजन 7 सितंबर से 13 सितंबर तक सात दिवसीय कार्यक्रम के साथ किया जाएगा. राव ने कहा कि यह गणेश उत्सव हिंदू रीति-रिवाजों और असमिया और दक्षिण भारतीय संस्कृति के सहयोग से मनाया जाएगा.

30 किलो लड्डू की होगी नीलामी, सीएम करेंगे पूजा का उद्घाटन
राव ने यह भी बताया कि भगवान श्री गणेश को प्रसाद के रूप में 30 किलो लड्डू चढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि, पूजा के अंत में लड्डू की नीलामी की जाएगी. पूजा के आयोजन के लिए 12 लाख रुपये का बजट तैयार किया गया है. आयोजकों के अनुसार, मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा को पूजा का औपचारिक उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया गया है.

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