बेलगावी: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्यंवसेक संघ (आरएसएस) पर तीखा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों की विचारधारा 'कायरों' की है, जबकि मुख्य विपक्षी दल देश के लिए मर-मिटने का विचार रखता है. कर्नाटक के बेलगावी में 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली' को संबोधित करते हुए यह प्रियंका ने दावा भी किया कि केंद्र सरकार लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से डरती है क्योंकि वह संविधान की लड़ाई लड़ रहे हैं.
इस सभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा पार्टी के कई अन्य नेता मौजूद रहे. राहुल गांधी अस्वस्थ होने के कारण इस रैली में शामिल नहीं हो सके. प्रियंका गांधी ने रैली में कहा, 'यह संविधान कोई पुस्तक नहीं है, बल्कि आपका (जनता) सुरक्षा कवच है...बाबासाहेब ने इसमें लोकतंत्र की सुरक्षा समाहित की है.' प्रियंका गांधी ने कहा कि बाबासाहेब सामाजिक न्याय और अधिकार का प्रतीक हैं.
कांग्रेस नेता ने संसद में गृह मंत्री अमित शाह के बयान का हवाला देते हुए कहा, 'बहुत सरकारें आईं और बहुत सरकारें गईं, अनेक पार्टियों की सरकारें बनी, लेकिन कोई ऐसी सरकार नहीं आई जिसके गृह मंत्री ने संसद में खड़े होकर बाबासाहेब का अपमान किया हो. आज तक कोई सरकार (सत्ता में) नहीं रही जिसके मंत्रियों ने चुनाव में घूम-घूम कर संविधान बदलने का ऐलान किया हो.'
उन्होंने कहा, 'क्या कोई सोच सकता था कि आजादी के इतने सालों बाद कहा जाएगा कि देश को 1947 में स्वतंत्रता नहीं मिली. किसी ने नहीं सोचा था कि इस तरह का अपमान सरकार की तरफ से किया जाएगा". प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि देश के गृह मंत्री ने बाबासाहेब का अपमान करके लोकतंत्र का अपमान किया है और स्वतंत्रता सेनानियों तथा आजादी के लिए शहीद होने वाले लोगों का अपमान किया है. उन्होंने दावा किया कि आरएसएस की विचारधारा ने संविधान के निर्माण के समय भी अपमान किया और संविधान के खिलाफ अभियान चलाया था.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जब बाबासाहेब ने महिला अधिकार की बात की थी तो आरएसएस के लोगों ने उनके पुतले जलाए थे. उन्होंने कहा, "भाजपा इसी विचार से उपजी है और इसलिए आज उसके लोग हमारे संविधान का अपमान कर रहे हैं." कांग्रेस नेता ने दावा किया कि आज की सरकार संविधान पर प्रतिदिन हमला करती है.प्रियंका गांधी के अनुसार, देश की जनता ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबक सिखाया. उन्होंने कहा, "मोदी जी घबरा गए और जब चुनाव के बाद संसद में गए तो संविधान को माथे से लगाया.
प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी का उल्लेख करते हुए दावा किया, "वह रोज संविधान के लिए लड़ते हैं और इसके लिए जान देने के लिए तैयार हैं. इसीलिए यह सरकार राहुल गांधी से डरती हैं...उनको देखकर कांपती है कि वह सच्चाई की लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ कई मामले दर्ज करा दिए हैं. उन्होंने कहा, "न राहुल जी डरेंगे, न खरगे जी डरेंगे, न ही मैं डरूंगी और कांग्रेस का कोई नेता डरने वाला नहीं है क्योंकि हमारी विचारधारा सच्चाई है. भाजपा और आरएसएस की तरह कायरों की विचारधारा हमारी नहीं है। हम अपनी विचाराधारा के लिए मर मिटने के लिए तैयार हैं. प्रियंका गांधी ने कहा, "हमारी परंपरा शहीदों की है, जेल से माफी की चिट्टी लिखने की नहीं है। हमारी परंपरा हर एक देशवासी की परंपरा है.
प्रियंका गांधी ने कहा, "भाजपा के लोग संविधान विरोधी हैं क्यों आरक्षण खत्म करना चाहते हैं, सामाजिक न्याय के खिलाफ बयान देते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग को शक्तिहीन बना दिया गया है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि जहां भाजपा की सरकार होती है वहां महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को बचाया जाता है. प्रियंका गांधी ने रैली में मौजूद लोगों से कहा, "क्या आपने अदाणी का नाम सुना है? वह वो उद्योगपति हैं जिन्हें देश की सारी संपत्ति सौंप दी गई है. हम जब संसद में आवाज उठाते हैं तो हमारी आवाज बंद कराने की कोशिश की जाती." इस अवसर पर नेताओं ने कन्नड़ अनुवाद में "गांधीजी के सत्र पदचिह्न" और "इंदिरा गांधी उद्धरण" पुस्तकों का विमोचन किया. प्रियंका समेत सभी नेताओं ने मंच पर चरखा चलाया.
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