श्रीनगर : जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला आज श्रीनगर में जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं. शपथ ग्रहण समारोह श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित किया जाएगा. अब्दुल्ला और उनके मंत्रिपरिषद को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पद की शपथ दिलाएंगे.
श्रीनगर में उमर अब्दुल्ला के आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने और पूर्व राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठित करने के बाद यह जम्मू और कश्मीर में पहली निर्वाचित सरकार होगी. उमर अब्दुल्ला के दादा शेख मोहम्मद अब्दुल्ला भारत में विलय के बाद जम्मू-कश्मीर के पहले प्रधानमंत्री बने और बाद में मुख्यमंत्री भी रहे.
उन्होंने 2001 से 2002 तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री के रूप में भी काम किया था. भारतीय जनता पार्टी की ओर से महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस लेने के बाद 2018 से जम्मू और कश्मीर राष्ट्रपति शासन के अधीन था.
हाल ही में, जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रपति शासन को हटा दिया गया, जिससे केंद्र शासित प्रदेश में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो गया. एलजी मनोज सिन्हा की ओर से उमर अब्दुल्ला की ओर से एक्स पर साझा किए गए निमंत्रण पत्र में कहा गया है कि मुझे जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला से 11 अक्टूबर, 2024 का पत्र मिला है, जिसमें बताया गया है कि आपको सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया है.
एलजी सिन्हा ने उमर को लिखे पत्र में कहा कि जैसा कि अलग से तय किया गया है, मैं आपको और आपके मंत्रिपरिषद के सदस्यों के रूप में शामिल होने के लिए आपके द्वारा अनुशंसित लोगों को 16 अक्टूबर, 2024 को सुबह 11:30 बजे एसकेआईसीसी, श्रीनगर में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाऊंगा. मैं इस अवसर पर आपको जम्मू-कश्मीर के लोगों के सर्वोत्तम हित में आपके प्रयासों में अत्यधिक उत्पादक कार्यकाल और सफलता की कामना करता हूं. आज जेकेएनसी उपाध्यक्ष के शपथ ग्रहण समारोह में इंडिया ब्लॉक के कई नेता हिस्सा लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव, प्रकाश करात, सुप्रिया सुले और कनिमोझी समेत कई नेता श्रीनगर पहुंच चुके हैं.