कोलकाता: पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के सोनारपुर में किसी मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस उस वक्त हैरान रह गई, जब उसने पाया कि आरोपी के घर से एक सुरंग निकल रही है. आरोपी इसी सुरंग के रास्ते भाग गया. हालांकि, सुरंग की कहानी यहीं खत्म नहीं होती. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है आरोपी सद्दाम लश्कर के 'कारनामे' एक के बाद एक सामने आ रहे हैं.
इस बीच दक्षिण 24 परगना के कुलतली निवासी लश्कर के खिलाफ हेयर ट्रेडर से 12 लाख रुपये की ठगी, जाली नोटों का कारोबार, हथियारों की तस्करी के आरोप भी लगे हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार सद्दाम का ठगी का नेटवर्क दक्षिण 24 परगना ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के अन्य जिलों में भी फैला हुआ है.
मूर्ति बेचने के नाम पर ठगी
सद्दाम लश्कर पर पहले सोने की मूर्ति बेचने के नाम पर ठगी करने का आरोप था. पुलिस धोखाधड़ी के मामले में उसे गिरफ्तार करने पहुंची थी. छापेमारी के दौरान पुलिस को सद्दाम के घर के नीचे सुरंग के निशान मिले. यह सुरंग उसके घर के पास एक नहर से जुड़ती है और फिर मतला नदी में मिल जाती है. पुलिस का अनुमान है कि जब सद्दाम के घर पर छापा मारा गया तो वह सुरंग के रास्ते भाग गया. पुलिस उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह तलाशी अभियान चला रही है.
12 लाख रुपये की ठगी
सूत्र के मुताबिक सद्दाम के खिलाफ कई और आरोप सामने आए हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार सद्दाम ने नदिया के तेहट्ट थाने के कुस्तिया गांव निवासी रंजीत नामक व्यक्ति से 12 लाख रुपये की ठगी की है. रंजीत फेरीवालों से बाल खरीदता था और उसे दिल्ली पहुंचाता था. एक महीने पहले रंजीत को एक फेरीवाले से पता चला कि कुलतली का एक बाल व्यापारी एक साथ बड़ी मात्रा में बाल बेचना चाहता है. बातचीत आगे बढ़ी तो रंजीत को पता चला कि सद्दाम उसे दो सौ किलो बाल बेचेगा. करीब छह हजार रुपये प्रति किलो की दर से दो सौ किलो बाल की कीमत करीब 12 लाख रुपये तय हुई.
उसके बाद रंजीत कुछ दोस्तों के साथ इलाके में आया और बाल देखे. सद्दाम में उन्हें दक्षिण बारासात स्टेशन पर उतरने को कहा. इसके बाद उसने वहां एक ऑटो रिक्शा भेजा. ऑटो में कुछ देर बाद तीन लोग और आ गए आए और उन्होंने रंजीत को बालों की बोरी देखाई. यह देखकर रंजीत वापस चला गया. चूंकि नकद में खरीद-फरोख्त की बात तय हुई थी, इसलिए रंजीत दोबारा दक्षिण बारासात गया.
इस बार रंजीत 30 जून को अपनी गाड़ी से आया. उसके पास करीब 12 लाख रुपये नकद थे. रंजीत ने बताया कि जैसा कि सद्दाम ने बताया था, इस बार भी वे साउथ बारासात के थोड़ा आगे एक जगह पहुंचे. तब तक रात हो चुकी थी. वह उन लोगों का इंतजार कर रहे थे, जो पिछली बार उसे लेने आए थे. तभी वहां एक गाड़ी और उससे पांच लोग उतरें और उन्होंने उसे घेर लिया. उनके हाथों में हथियार भी थे. उन्होंने उससे पैसे मांगे. मामला गंभीर होने पर रंजीत ने उन्हें पैसे दे दिए.
हथियारों की तस्करी
जानकारी से पता चला है कि सद्दाम पर हथियारों की तस्करी और जाली नोटों का कारोबार करने का भी आरोप है. पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है. पुलिस के मुताबिक सद्दाम की गिरफ्तारी से उसके 'साम्राज्य' का पता चलेगा.