मैसूर : कर्नाटक के मैसूर के यारागनहल्ली में एक ही परिवार के चार सदस्यों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. मृतकों की पहचान 39 वर्षीय मंजुला, 45 वर्षीय कुमारस्वामी, 19 वर्षीय अर्चना और 17 वर्षीय स्वाति के रूप में हुई. जो मूल रूप से चिक्कमगलुरु जिले के कदुर के रहने वाले थे और मैसूर में बस गए थे. दम्पति कपड़े इस्त्री करके अपना जीवन यापन करते थे.
आशंका है कि मंगलवार की रात घर में सिलेंडर लीक होने के कारण दम घुटने से उसकी मौत हो गयी. मौत का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. मैसूर शहर के पुलिस आयुक्त रमेश बनोट ने घटनास्थल का दौरा किया और जांच की. बताया गया है कि चारों की मौत दो दिन पहले हुई हो चुकी थी.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, परिवार मूल रूप से चिक्कमगलुरु जिले के सखारायपटना का रहने वाला था और पिछले 30 वर्षों से मैसूर में रह रहा था. स्थानीय लोगों के मुताबिक, परिवार में कोई कलह नहीं था. हर कोई ठीक था. चारों पिछले गुरुवार को एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने गए थे. शादी के बाद वे अपने गृहनगर सखारायपटना चले गए. वहां से वे सोमवार सुबह मैसूर लौटे. जिसके बाद सोमवार रात के बाद मंगलवार को परिवार का कोई भी सदस्य घर से बाहर नहीं निकला.
आशंका है कि गैस रिसाव सोमवार रात को हुआ. इससे उनका दम घुट गया और मौत हो गई. सभी मृतक एक ही परिवार के थे. पति-पत्नी की लाशें कमरे में मिलीं, जबकि बच्चों की लाशें हॉल में मिलीं. पुलिस विभाग, फायर ब्रिगेड के जवान और एफएसआईएल की टीम ने आकर जांच की है. घर में तीन सिलेंडर थे और एक सिलेंडर में गैस लीक हो रही थी. बाकी दो सिलेंडर खाली थे. पुलिस के मुताबिक घर छोटा और कम हवादार है और खिड़कियां बंद थीं. इस सिलसिले में चारों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया है. शहर के पुलिस आयुक्त रमेश बानोथ ने कहा कि मौत का सही कारण रिपोर्ट मिलने के बाद पता चलेगा.
मामले की जानकारी मंत्री डॉ. एचसी महादेवप्पा को हुई तो उन्होंने जेएसएस अस्पताल का दौरा किया और मृतक के परिवार को सांत्वना दी. उन्होंने अस्पताल की मोर्चरी में रखे शवों को देखकर गहरा शोक व्यक्त किया. परिजनों से घटना की जानकारी लेने के बाद मंत्री ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से चर्चा की और सरकार की ओर से तीन-तीन लाख रुपये देने पर सहमति जतायी. उन्होंने मुआवजा देने का वादा किया.
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