देहरादूनः कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान आरक्षण पर दिए बयान को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है. भाजपा और उसके समर्थक दल लगातार राहुल गांधी और कांग्रेस पर पलटवार कर रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी का बयानों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बातचीत वैचारिक फोरम में आदान-प्रदान होने से भाजपा नेतृत्व काफी घबरा गया है.
हरीश रावत ने कहा कि, दरअसल भाजपा के नेताओं को राहुल फोबिया हो गया है. क्योंकि देश और दुनिया के लोगों को अब दो विरोधाभास बिल्कुल स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं. हरीश रावत का कहना है कि एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी मीडिया से खुलकर बात करने की जगह सिलेक्टेड बातचीत करते हैं. लेकिन राहुल गांधी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त यूनिवर्सिटी के खुले मंच में जाकर कई प्रश्नों के उत्तर दे रहे हैं. इसी विरोधाभास को भाजपा अपने झूठ से आच्छादित (ढकना) करना चाहती है.
भाजपा और सहयोगी दलों पर लगाया आरोप: हरीश रावत ने कहा कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इन कामों को कम आंकने वाली भाजपा और उनके सहयोगी दल अनर्गल बयानबाजी पर उतर आए हैं. ताकि लोगों का ध्यान इस कंट्रास्ट पर न जाए कि एक तरफ लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार के प्रधानमंत्री प्रेस से कभी प्रश्नोत्तर नहीं करते हैं. दूसरी तरफ विपक्ष के नेता राहुल गांधी अंतरराष्ट्रीय फोरम के खुले मंचों से लोगों के प्रश्नों का जवाब दे रहे हैं. इसी छलावरण को ढकने के उद्देश्य से भाजपा की समूची मशीनरी और उनके तथागतित सहयोगी दल अनर्गल बयानबाजी करते दिखाई दे रहे हैं.
मायावती पर साधा निशाना: इस दौरान हरीश रावत ने उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर भी निशाना साधा है. उन्होंने मायावती को संविधान सभा में बाबा साहब के वक्तव्य की याद दिलाई. कहा कि अगर आरक्षण को किसी से खतरा है तो वह भाजपा और उनके फ्रेंचाइजी होल्डर्स से है.
ये भी पढ़ेंः बीजेपी सांसद त्रिवेंद्र सिंह की राहुल गांधी को नसीहत, बोले- वो अपने नाना वाला काम कर रहे हैं