जौनपुरः नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल के अपहरण और रंगदारी मामले में जौनपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने 6 मार्च 2024 को धनंजय सिंह को सात साल कैद और 50 हजार जुर्माने की सजा सुनाई थी. इस फैसले के खिलाफ पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दाखिल की थी.
इसको लेकर करीब 2 घंटे तक बहस चली थी. इसे लेकर हाईकोर्ट ने बेल दे दी थी. वहीं, बेल आने से पहले ही पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जौनपुर से बरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया था. बुधवार को सुबह करीब आठ बजे धनंजय सिंह को बरेली जेल से रिहाई मिल गई. वह समर्थकों के साथ जौनपुर के लिए रवाना हो गए हैं.
हाईकोर्ट से मिली बेल से जुड़ी सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद परवाना बरेली जेल भेजा गया. जेल मैनुअल के अनुसार शाम 6:00 बजे के बाद कोई भी रिहाई नहीं होती. इसी के मद्देनजर आज दस बजे के बाद धनजंय सिंह की रिहाई हो सकी. धनंजय सिंह की रिहाई को लेकर पूर्व सांसद धनंजय सिंह के समर्थक भारी संख्या में बरेली जेल के बाहर जुट चुके हैं.
बताया जा रहा है कि सुबह दस बजे के बाद पूर्व सांसद धनंजय सिंह की रिहाई हो सकती है. सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह जौनपुर सीट से बसपा की प्रत्याशी हैं. धनंजय सिंह के बाहर आने के बाद इस सीट पर मुकाबला बेहद रोचक हो जाएगा.
धनंजय सिंह बोले, जौनपुर जाकर पत्नी का चुनाव प्रचार करेंगे
बरेली की सेंट्रल जेल से रिहा होने के बाद बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उन्हें एक फर्जी मामले में सजा हुई थी और न्यायालय से उन्हें जमानत मिल गई है और अब वह बरेली से सीधे जौनपुर अपने क्षेत्र में जाएंगे जहां अपनी पत्नी का चुनाव लड़ाएंगे और उन्हें आशीर्वाद दे रहे हैं कि वह चुनाव जीत कर दिखाएंगे.