नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के पूर्व निगम पार्षद और दिल्ली दंगे के मुख्य आरोपी ताहिर हुसैन मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के उम्मीदवार होंगे. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने खुद अपने एक्स हैंडल से ट्वीट करके यह जानकारी दी है. ओवैसी ने लिखा है कि पूर्व काउंसलर ताहिर हुसैन AIMIM में शामिल हुए और आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में वह मुस्तफाबाद से हमारे प्रत्याशी होंगे. फिलहाल ताहिर हुसैन दिल्ली दंगा मामले में जेल में बंद हैं.
ताहिर हुसैन को AIMIM ने बनाया प्रत्याशी : आम आदमी पार्टी ने सोमवार को ही मुस्तफाबाद से आदिल अहमद खान को प्रत्याशी बनाया है. ताहिर हुसैन के परिवार के सदस्यों और उनके समर्थकों ने मंगलवार को ओवैसी से मुलाकात कर पार्टी ज्वाइन की है. बता दें कि वर्ष 2017 में मुस्तफाबाद के नेहरू विहार वार्ड से ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी के टिकट पर पार्षद चुने गए थे. उसके बाद फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगों में ताहिर हुसैन के ऊपर साजिश रचने के आरोप लगे थे और दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था. इसके बाद ताहिर हुसैन को आम आदमी पार्टी ने निष्कासित कर दिया था.
MCD Councillor Tahir Hussain joined @aimim_national & will be our candidate from Mustafabad Assembly Constituency in the upcoming Delhi Vidhan Sabha elections. His family members & supporters met with me today & joined the party pic.twitter.com/oFnQBlJgOF
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 10, 2024
पुलिस ने अपनी चार्जशीट में ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगे का मुख्य साजिशकर्ता बताते हुए आरोपी बनाया था. साथ ही ताहिर हुसैन पर दंगे के दौरान आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या कराने का भी आरोप है. अभी ताहिर हुसैन पर दिल्ली दंगों से संबंधित केस कड़कड़डूमा कोर्ट में चल रहा है. ताहिर हुसैन को AIMIM से प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने अपने एक्स हैंडल पोस्ट कर निशाना साधा है.
"ताहिर हुसैन सिर्फ़ दंगों का आरोपी नहीं है, उसके घर से बम, ढेर सारे पेट्रोल बम और पत्थर मिले थे. ये सारे हथियार ताहिर हुसैन ने दिल्ली में हिंदुओं को निशाना बनाने के लिए इकट्ठा किए थे. आईबी के युवा अधिकारी अंकित शर्मा को उसके घर ले जाकर बेरहमी से 400 बार चाकू मारे गए और फिर उसकी लाश को नाले में फेंक दिया गया- ये जघन्य अपराध भी ताहिर हुसैन ने ही किया था. ऐसे जिहादी हत्यारे और दंगाई को टिकट देकर ओवैसी और तथाकथित सेक्युलर पार्टियां दिल्ली के हिंदुओं को चुनौती दे रही हैं. ओवैसी की पार्टी आम आदमी पार्टी की बी टीम की तरह काम कर रही है."
- कपिल मिश्रा, भाजपा नेता
अभी जेल में ही बंद है ताहिर हुसैन : बता दें कि दिल्ली दंगों के बाद से करीब साढे तीन साल से ताहिर हुसैन तिहाड़ जेल में बंद है. पुलिस ने दंगों के साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग सहित ताहिर हुसैन पर दंगों की साजिश रचने सहित 10 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए थे, जिनमें से पांच मुकदमों में ताहिर हुसैन को अभी तक दिल्ली हाईकोर्ट और निचली अदालत से जमानत मिल चुकी है. लेकिन अन्य मामलों में जमानत न मिलने के कारण वह अभी तक जेल में है. अब ताहिर हुसैन जेल से ही चुनाव लड़ेंगे.
बता दें कि दिल्ली में 25 फरवरी 2020 को दंगाई भीड़ ने एक दुकान में तोड़फोड़ कर आग लगा दी थी. इस मामले में खजूरी खास पुलिस स्टेशन में ताहिर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. ताहिर हुसैन ने उस समय सीएए के विरोध में प्रदर्शनों का नेतृत्व भी किया था.
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