पटनाः बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी इस बार के लोकसभा चुनाव में सक्रिय भागीदारी नहीं निभा पाएंगे. दरअसल सुशील कुमार मोदी पिछले 6 महीने से कैंसर से पीड़ित हैं, इसलिए उन्होंने इस चुनाव में पार्टी के लिए कुछ नहीं कर पाने की बात कही है. अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर मोदी ने खुद इसकी जानकारी दी है.
'पीएम को सबकुछ बता दिया है': सुशील कुमार मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया है कि "पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं.अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है. लोक सभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊँगा. पीएम को सब कुछ बता दिया है. देश,बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित"
लोकसभा चुनाव में सक्रिय भागीदारी नहींः सुमो के पोस्ट से ये बात पूरी तरह साफ है कि वो पिछले 6 महीने से इस गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं लेकिन अब जाकर उन्होंने इसके बारे में जानकारी साझा की है. दरअसल लोकसभा चुनाव की जंग शुरू हो चुकी है. ऐसे में उनकी सक्रिय भागीदारी जरूरी थी. लेकिन उस हालत में नहीं होने के कारण आखिरकार उन्होंने लिखा कि अब बताने का समय आ गया है कि इस बार वो लोकसभा चुनाव में कुछ नहीं कर पाएंगे.
चारों सदनों के सदस्य रह चुके हैंः बता दें कि सुशील कुमार मोदी ऐसे नेता हैं जो लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य तो रह ही चुके हैं, बिहार विधानसभा और बिहार विधानपरिषद् के सदस्य भी रह चुके हैं. यानी उनके नाम चारों सदनों के सदस्य रहने का अनुभव है. अप्रैल में उनका राज्यसभा का कार्यकाल भी पूरा हो रहा है. हालांकि इस साल उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा गया.
कई पद संभाल चुके हैं सुशील कुमार मोदीः कभी बिहार बीजेपी के सर्वमान्य चेहरा रहे सुशील कुमार मोदी कई पदों पर रहे हैं. नीतीश कैबिनेट में डिप्टी सीएम रहते सुशील मोदी ने एक सफल वित्त मंत्री के रूप में पहचान बनाई. जब सुमो बिहार के वित्त मंत्री थे तब उन्हें राज्यों के वित्त मंत्रियों की प्राधिकृत समिति का अध्यक्ष बनाया गया था.
जेपी आंदोलन से राजनीति में पदार्पणः जेपी आंदोलन के दौरान सक्रिय भागीदारी और फिर आपातकाल में 19 महीने जेल काटने के बाद सुशील मोदी सक्रिय सियासत में आए. 1990 में पहली बार उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा और पटना के कुम्हरार विधानसभा से निर्वाचित हुए. सुशील मोदी 1996 से लेकर 2004 तक बिहार विधानसभा ने विपक्ष के नेता रहे. उन्होंने 2004 में भागलपुर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी. राज्य सभा सदस्य बनने पर मोदी को सदन की विधि एवं न्याय समिति का अध्यक्ष बनाया गया था.