जमशेदपुर: टाटानगरी में साल 2024 की विदाई और न्यू ईयर 2025 का स्वागत रंग बिरंगे खूबसूरत फूलों की खुशबू के साथ होगा. बिस्टुपुर गोपाल मैदान से फूलों की खुशबू सिर्फ जमशेदपुर में ही नहीं पूरे कोल्हान में फैल रही है. लोग भी मानते हैं कि आम इंसान को फूलों से कई संदेश मिलता है. साथ ही जीवन को फ्रेशनेस भी रखता है. सर्दी का मौसम और ठंडी हवाओं मे फूलों की खुशबू से जमशेदपुर सराबोर हो रहा है.
जनवरी तक उठा सकेंगे का आनंद
दरअसल, शहर के बिष्टुपर स्थित गोपाल मैदान में फ्लावर शो का आयोजन किया गया है, जिसमें हजारों किस्म के रंग बिरंगे फूल माहौल को खुशनुमा बनाये हुए हैं. इस फ्लावर शो का आनंद लोग 2 जनवरी 2025 तक ले सकेंगे. इस साल फ्लावर शो में बागवानी करने वाले भी हिस्सा लिए हैं. गोपाल मैदान को विभिन्न प्रजाति के रंग बिरंगे आकर्षक फूलों से इस तरह सजाया गया है कि लोग खींचे चले आ रहे हैं. यहां आने वाले लोगों को फूलों और बागवानी की भी जानकारी दी जा रही है.
तमाम किस्म के लगाए गए फूल
इस साल मैदान में लगे फूलों में गुलाब सबसे ज्यादा लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. इसे कुछ खास अंदाज में सजाया गया है, जिसमें गुलाब की विभिन्न प्रजाति आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. फ्लावर शो में 10 तरह के गेंदा फूल, 14 प्रजाति के गुलाब, 6 किस्म के पिटूनिया, 90 तरह के बोनसाई के पौधे, डालिया, सूरजमुखी, ट्यूलिप, ग्लोरिओसा, जबेरा के अलावा कई अनगिनत नामचीन फूल शामिल हैं. टाटा स्टील और जुस्को के सहयोग से हॉर्टिकल्चर सोसाइटी द्वारा फूलों के इस खुशनुमा माहौल को यादगार बनाने के लिए लोग अपने परिवार के साथ यहां आ रहे हैं.
पौधा हो या फूल, यह सब हमें जीने की सीख देते हैं. घरों में छोटे प्लांट या फूल के पौधे से हम अपने आप को तनाव मुक्त रख सकते हैं. पर्यावरण के लिए हमें बागवानी भी करनी चाहिए. शहर में इस तरह के माहौल के जरिए हम पुराने साल की विदाई और नए वर्ष का स्वागत खुशनुमा माहौल में करते हैं- रुचि नरेंद्रन, हॉर्टिकल्चर सोसाइटी की चेयरपर्सन
दर्शक पूजा का कहना है जिस तरह कांटों में रहकर भी फूल खिलते हैं, खुशबू देते हैं, इससे हमें यह संदेश मिलता है कि हमें भी विषम परिस्थितियों में घबराने की अपेक्षा खुद को संतुलित बनाए रखने की जरूरत है. वहीं, हादिया और स्तुति फूलों से काफी प्रभावित हैं. उनका मानना है कि फूल का नाम लेने से ही एक खुशनुमा अहसास होता है. फूलों के करीब रहने से मन को शांति मिलती है.
आजकल आर्टिफिशियल फूलों का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन जो बात इन फूलों में है, उसमें नहीं है. फूलों की अलग-अलग खुशबू और रंग मन को मोह लेते हैं. हमें खुशनुमा बनाता है. बहरहाल, मेट्रो सिटी की तर्ज पर बसे जमशेदपुर शहर में जीवनशैली के साथ-साथ कुछ खास माहौल भी यहां समय-समय पर अलग अंदाज में देखने को मिलता है. रंग-बिरंगे आकर्षक फूलों से शहर की खुशबू और बढ़ जाती है.
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