बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी और उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी के खिलाफ बेंगलुरु के संजय नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है. लोकायुक्त एसआईटी डिवीजन चीफ एडीजीपी चन्द्रशेखर की ओर से दर्ज शिकायत के मुताबिक एच.डी. कुमारस्वामी, निखिल कुमारस्वामी और सुरेश बाबू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
जानकारी के मुताबिक चंद्रशेखर ने कहा कि दुर्भावनापूर्ण बयान देने वाले एचडी कुमारस्वामी और उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी ने मेरे ऊपर बोवरिंग अस्पताल से झूठे मेडिकल दस्तावेज जमा करके और रिश्वत लेकर कर्नाटक कैडर में बने रहने का आरोप लगाया है. एडीजीपी ने शिकायत में कहा कि कुमारस्वामी ने मौखिक रूप से मुझे कर्नाटक कैडर से दूसरे राज्य में स्थानांतरित करने की धमकी भी दी है. और उनके करीबी दोस्त सुरेश बाबू ने सरकार के मुख्य सचिव के समक्ष मेरे खिलाफ झूठी शिकायत भी की है. पुलिस ने शिकायत के आधार पर संजय नगर थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने कहा कि कोर्ट की अनुमति से ही यह एफआईआर दर्ज की गई है.
यह है मामला
एडीजीपी चंद्रशेखर ने राज्यपाल को पत्र लिखकर अवैध खनन के मामले में एचडी कुमारस्वामी पर मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी. इसके बाद कुमारस्वामी ने मीडिया कॉन्फ्रेंस कर चंद्रशेखर पर आरोप लगाए. कई अपराध करने वाले एक आईपीएस अधिकारी ने राज्यपाल कार्यालय के कर्मचारियों की जांच की अनुमति मांगी है. केंद्रीय मंत्री एच.डी. ने कहा कि उन पर कांग्रेस सरकार की पूरी कृपा है.
एचडी कुमारस्वामी, जो पार्टी कार्यालय जेपी भवन में एक मीडिया सभा को संबोधित कर रहे थे, ने दस्तावेजों के साथ एडीजीपी चंद्रशेखर के खिलाफ आरोप लगाए. लोकायुक्त एडीजीपी चंद्रशेखर ने कहा कि राज्य सरकार ऐसे अधिकारियों को रखकर मामले की जांच कर रही है. सिद्धारमैया सरकार में कोई भी जांच पारदर्शी तरीके से नहीं हो रही है. राजनीतिक प्रतिशोध के तहत जांच की जा रही है. कुमारस्वामी ने कहा कि अधिकारी के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय में शिकायत दर्ज करायी जायेगी.
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