अंबाला: हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से किसान दिल्ली कूच करने पर अड़े हुए हैं. एमएसपी सहित अन्य मांगों पर अड़े किसानों का विरोध प्रदर्शन और भी उग्र होता जा रहा है. इस बीच शनिवार को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच कर रहे किसानों की पुलिस से जबरदस्त भिड़ंत हो गई. पुलिस ने भी किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले के साथ ही वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.
101 किसानों का जत्था बढ़ा आगे: शनिवार दोपहर 12 बजे के करीब 101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर कूच कर रहा था. इस दौरान पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस के जरिए उनको रोकने का प्रयास किया. एक ओर किसान आगे जाने के लिए पुलिस से रास्ता मांग रहे हैं. तो वहीं, पुलिस किसानों से दिल्ली जाने की अनुमति दिखाए जाने की मांग कर रही है. इस बीच किसान और पुलिस दोनों एक दूसरे पर हावी नजर आए.
#WATCH | Police use tear gas and water cannon to disperse protesting farmers at the Haryana-Punjab Shambhu Border.
— ANI (@ANI) December 14, 2024
The farmers have announced to march towards the National Capital-Delhi over their various demands. pic.twitter.com/tDMTy8iGXU
भगदड़ में कई किसान हुए घायल: पुलिस की कार्रवाई से किसानों में भगदड़ मच गई है. कई किसानों के घायल होने की बात कही जा रही है. वहीं, किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने का आरोप है कि पुलिस किसानों पर गंदा पानी फेंक रही है. किसानों पर केमिकल वाला स्प्रे किया जा रहा है. वहीं, हरियाणा की तरफ से ड्रोन से भी आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं. इसमें एक किसान बुरी तरह घायल हुआ है.
पंधेर के आरोपों का डीएसपी ने किया खंडन: किसान नेता सरवण सिंह पंधेर के आरोप का अंबाला डीएसपी रजत गुलिया ने खंडन किया है. उन्होंने कहा कि जैसे ही किसानों का जत्था आगे बढ़ा हमारे अधिकारियों ने उनसे बातचीत शुरू की. इस दौरान एक किसान ने पीछे से आकर एक रस्सी के जरिए हुक लगाकर जाली तोड़ने का प्रयास किया. इसके बाद वाटर कैनन का किसानों पर इस्तेमाल किया गया. ये पानी सादा था. इसमें कोई केमिकल नहीं था.
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किसानों ने कहा- साहब हमें जाने दीजिए: किसानों ने सुरक्षा बलों से अनुरोध किया कि उन्हें शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने दिया जाए. मौके पर मौजूद एक किसान नेता ने पुलिस से बात की और कहा, "एसपी साहब, हम शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाना चाहते हैं, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमारे विरोध को न रोकें, कृपया हमें रास्ता दें. हमें आगे बढ़ने दिया जाना चाहिए.हमारी आवाज को इन लोहे और पत्थर के अवरोधों से नहीं दबाया जाना चाहिए.
'Hamari awaz ko na kuchla jaye': Farmers' marching to Delhi appeal to police after being blocked at Shambhu border
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हमारे आवाज को न दबाया जाए: प्रदर्शन के दौरान किसान ने कहा कि हमारे देश में 50 प्रतिशत लोग कृषि से जुड़े हैं, उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता. हमारे नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल खनौरी सीमा पर आमरण अनशन पर बैठे हैं. उनकी बिगड़ती सेहत सबके सामने है, यहां तक कि प्रधानमंत्री के सामने भी. आप हमारी हर चीज की जांच कर सकते हैं, हमारे पास केवल झंडे और पहनने के लिए कपड़े हैं. हम केवल अपने मुद्दों के बारे में सरकार से बात करना चाहते हैं.
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अनुमति मिलने पर ही जाने दिया जाएगा: इस दौरान किसानों से अंबाला के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि आप दिल्ली जाना चाहते हैं, तो आपको उचित अनुमति लेनी चाहिए और एक बार आपको अनुमति मिल जाने के बाद, हम आपको जाने की अनुमति देंगे. कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई थी. बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं.
" farmers should listen to court, pause protests": haryana minister anil vij
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किसानों को स्थगित कर देना चाहिए आंदोलन: एक ओर किसान उग्र हो चुके हैं. वहीं दूसरी ओर हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने किसानों को आंदोलन स्थगित करने की नसीहत दे डाली है. अनिल विज ने कहा कि किसानों की चर्चा सुप्रीम कोर्ट से चल रही है. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि किसानों के साथ जो चर्चा चल रही है, वह ठीक ट्रैक पर है. उसके लिए हमें थोड़ा समय चाहिए. ऐसे में किसानों को थोड़े समय के लिए अपना आंदोलन स्थगित कर देना चाहिए. मुझे लगता है कि किसानों को सुप्रीम कोर्ट की बात मान लेनी चाहिए.
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