सोनीपत: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फेक क्रिप्टो करेंसी मामले में देश के कई राज्यों में छापेमारी की है. इसके तार हरियाणा से भी जुड़े गये हैं. ईडी की टीम ने शुक्रवार को इसी केस में सोनीपत जिले में रेड डाली. ईडी के अधिकारी सोनीपत के मयूर विहार के गली नंबर 24 में स्तिथ टैक्सी ड्राइवर रमेश गुलिया के मकान में पहुंचे. रमेश गुलिया सोनीपत के लाठ गांव का रहने वाला है.
हरियाणा से लद्दाख तक जुड़े हैं तार
ईडी की टीम ने टैक्सी ड्राइवर रमेश गुलिया के घर में छानबीन की और घरवालों से पूछताछ की. टैक्सी ड्राइवर के घर पर ईडी के छापे की खबर आस-पास फैल गई, जिससे चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. ईडी ने फेक क्रिप्टो करेंसी के जिस केस में मुकदमा दर्ज किया है वो अंतरराष्ट्रीय स्तर का है. इसके तार भारत समेत विदेश से भी जुड़े हुए हैं. ईडी ने इसी केस में हरियाणा के अलावा, जम्मू कश्मीर और लेह लद्दाख में भी छापेमारी की है.
विदेश में है टैक्सी ड्राइवर का आरोपी भाई
जानकारी के मुताबिक जिस रमेश गुलिया के घर में ईडी ने रेड की है वो दिल्ली में टैक्सी चलाता है और उसका भाई नरेश गुलिया विदेश में रहता है. बताया जा रहा है कि नरेश गुलिया क्रिप्टो करेंसी के नाम पर चलने वाले इस बड़े फ्रॉड में शामिल है. ये नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है. लोगों से निवेश के नाम पर पैसा लेकर ये कंपनी बंद कर दी गई. हलांकि ईडी ने इस रेड के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है कि उन्होंने रमेश गुलिया के यहां छापेमारी क्यों की है.
'हमने पहली बार सुना क्रिप्टो करेंसी का नाम'
ईडी की छापेमारी के समय रमेश गुलिया के आवास के बाहर हरियाणा पुलिस की तैनाती की गई थी. रमेश के दोस्त जरनैल सिंह ने कहा कि सुबह रमेश गुलिया के छोटे भाई महेश ने उन्हें बताया था कि कई गाड़ियों में कोई अधिकारी यहां पहुंचे हैं. बाद में पता चला कि ये ईडी की रेड है. रमेश गुलिया टैक्सी चालक है. हमने तो पहली बार क्रिप्टो करेंसी का नाम सुना है.