बदायूं : आतंकियों से लोहा लेते हुए उत्तर प्रदेश का एक और लाल शहीद हो गया. जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में बदायूं के रहने वाले मोहित राठौड़ ने शहादत पाई. शनिवार सुबह आतंकियों से हुई मुठभेड़ में कई जवान घायल भी हुए थे. मच्छल सेक्टर में सेना को आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला था.
मोहित अपने घर-परिवार में इकलौते थे. लगभग डेढ़ वर्ष पहले नत्थू सिंह के बेटे मोहित की शादी हुई थी. मोहित की शहादत पर परिवार पर कोहराम मचा है. इस्लामनगर थाना क्षेत्र के गांव सवानगर में सैनिक सम्मान के साथ शहीद मोहित का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
#WATCH जम्मू-कश्मीर: मच्छल सेक्टर के कामकारी में भारतीय सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2024
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रविवार की तड़के मोहित राठौड़ का पार्थिव शरीर बरेली से निकलकर बदायूं सीमा में पहुंचा. बरेली के त्रिशूल एयरफोर्स पर तड़के शव परिजनों को सौंपा गया. सवानगर गांव में अंतिम विदाई के लिए पार्थिव शरीर को रखा जाएगा. गांव में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. आर्मी के अफसर अंतिम यात्रा में शामिल होंगे.
मोहित की शहादत की जैसे ही खबर फैली, उनके घर पर लोग जुटने लगे. सबकी जुबां पर मोहित की बहादुरी के ही चर्चे हैं. जबकि बेटे की शहादत पर परिवार में कोहराम मचा है. वहीं मोहित की पत्नी का भी रो-रोकर बुरा हाल है.
हाथरस के लाल सुभाष चंद्र ने भी पाई थी शहादत : बता दें कि एक सप्ताह पूर्व ही जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुई आतंकियों से मुठभेड़ में हाथरस के जवान सुभाष चंद्र ने शहादत पाई थी. जिले के सादाबाद तहसील के सहपऊ ब्लॉक के नगला मनी गांव निवासी जवान सुभाष चंद्र माथुरा प्रसाद के बेटे थे. सुभाष चंद्र राजौरी में 7 जाट रेजीमेंट में तैनात थे. जम्मू कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकियों से मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया था. इस दौरान कई जवान भी शहीद हो गए. जिनमें सुभाष चंद भी शामिल थे. सुभाष 2016 में सेना में भर्ती हुए थे. सुभाष बीते 16 जुलाई को ही छुट्टी से ड्यूटी पर गए थे.
मां बोली- पूरे देश का बेटा, उस पर गर्व है: शहीद सुभाष चंद्र का पार्थिव शरीर जब बीते गुरुवार को उनके गांव लाया गया तो अंतिम दर्शन करने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा था. सैनिक सम्मान के साथ सेना के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी. भाई बलदेव ने चिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान शहीद का मां ने कहा कि उनका बेटा पूरे देश का बेटा था, उस पर गर्व है.