रांची: जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी की टीम ने शनिवार को चार्जशीट दाखिल कर दी है. टिन के बड़े बक्से में कागजात लेकर ईडी के अधिकारी कोर्ट पहुंचे. अदालत में कई पन्ने की चार्जशीट की पेश गई.
बता दें 31 जनवरी को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई थी. 60 दिन के भीतर ईडी के अधिकारियों को कोर्ट में चार्जशीट दायर करनी थी. नियम के अनुसार ईडी की टीम ने 60 दिन के भीतर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है. आरोप पत्र दायर होने के बाद अब कोर्ट में सुनवाई होगी और आरोप पत्रों के आधार पर अदालत आगे की कार्रवाई करेगी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बताया गया है कि आरोप पत्र में पांच लोगों पर नामजद आरोप गठन किया गया है. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, विनोद सिंह सहित दो और लोगों पर आरोप गठन किया गया है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार यह भी बताया जा रहा है कि कोर्ट में दाखिल की गयी चार्जशीट में हजारों पन्ने है. इसके अलावा सबूत के तौर पर कुछ कलर फोटोग्राफ्स भी कोर्ट के सामने ईडी की टीम ने पेश किए हैं.
पूरा मामला तब प्रकाश में आया जब रांची में सेना की जमीन को गलत तरीके से बेचने के आरोप में ईडी ने छापेमारी की. जिसमें बड़गाईं अंचल के पूर्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के घर से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से जुड़े कई कागजात मिले. ईडी ने भानु प्रताप प्रसाद को भी हेमंत सोरेन के सामने बैठाकर क्रॉस वेरिफिकेशन किया गया था. जिसमें यह बात सामने आयी थी कि भानु प्रताप प्रसाद ने गलत तरीके से बड़गाईं अंचल क्षेत्र में साढ़े आठ एकड़ जमीन को दाखिल खारिज करवाने के लिए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की मदद की थी.
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