मोतिहारीः पूर्वी चंपारण जिले के कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र में आग लगने से झुलसकर तीन मासूमों की मौत हो गयी. वहीं इस हादसे में गंभीर रूप से झुलसी महिला को इलाज के लिए ढाका के अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जाता है कि जब आग लगी तब तीनों बच्चे घर में सो रहे थे. जानकारी के मुताबिक किसी घर के चूल्हे से निकली चिंगारी के कारण आग लगी थी.
चिंगारी बन गई काल: आग लगने की ये घटना कुंडवाचैनपुर थाना इलाके के गोरगांवा गांव की है. बताया जाता है कि गांव में दोपहर के बाद किसी घर के चूल्हे से निकली चिंगारी तीन बच्चों का काल बन गई. चिंगारी से पहले एक घर में आग लगी और तेज हवा के कारण देखते-देखते आग ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया. इसके अलावा आग खेतों की तरफ भी बढ़ गयी.
घर में सो रहे थे बच्चेः कई घरों को चपेट में लेती हुई आग विकराल होती गई. इस दौरान एक घर में रखा रसोई गैस सिलिंडर भी ब्लास्ट कर गया जिसके कारण आग और तेज हो गयी. आग लगने के कारण जहां 50 से अधिक घर जलकर राख हो गये वहीं घर में सो रहे शंभुराम के तीन बच्चे- 6 साल के विशाल, चार साल के छोटू और डेढ़ साल के बिट्टू कुमार की मौत झुलसने से हो गयी. इसके अलावा रामजन्म राम की पत्नी गंभीर रूप से झुलस गयी.
आग लगते ही मच गयी चीख-पुकारः आग लगने की घटना के समय बहुत सारे लोग अपने घरों में ही थे. जबकि कुछ लोग खेतों में काम कर रहे थे. अचानक लगी आग थोड़ी ही देर में इतनी विकराल हो गयी कि लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला. आग लगते ही चारों तरफ चीख-पुकार मच गयी. लोगों ने अपने स्तर पर आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन पूरी तरह नाकाम रहे.
फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पायाः लोगों ने स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड को आग लगने की घटना की जानकारी दी. जिसके बाद सिकरहना एसडीओ सुश्री निशा और डीएसपी अशोक कुमार समेत एसएसबी की टीम मौके पर पहुंची. इसके अलावा फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया लेकिन तबतक 50 से ज्यादा घर जलकर राख हो चुके थे और एक ही परिवार के तीन बच्चे काल के गाल में समा चुके थे.
"आग लगने से कई घर जले हैं.सिकरहना डीएसपी के साथ मैं खुद घटनास्थल पर गई थी.सीओ को घटना के बारे में प्रतिवेदन देने के लिए कहा गया है.साथ ही पीड़ित परिवारों की सूची के अलावा अगलगी में हुई क्षति से संबंधित प्रतिवेदन मांगा गया है.पीड़ित परिवारों को सरकारी स्तर पर तत्काल राहत मुहैया कराई जा रहा है." सुश्री निशा, एसडीओ, सिकरहना