पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में ड्रग्स का गोरखधंधा तेजी फैल रहा है. पिछले कुछ महीनों में पुणे शहर से करोड़ों रुपये की ड्रग्स जब्त की गई है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. एक बार फिर ड्रग्स को लेकर पुणे चर्चा में हैं. दरअसल, पुणे में एफसी रोड स्थित एक मशहूर होटल में ड्रग्स बेची जा रही थी.
पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अब तक 5 लोगों को हिरासत में लिया है. क्राइम ब्रांच ने 'लिक्विड लीजर लाउंज' होटल के मालिक को भी हिरासत में लियाहै. होटल का एक मैनेजर और एक कर्मचारी भी पुलिस हिरासत में है. हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान संतोष कामठे, रवि माहेश्वरी, मानस मलिक, योगेंद्र और शर्मा के रूप में हुई है.
चौंकाने वाली बात यह है कि पुणे से करोड़ों की ड्रग्स जब्त की गई थी और अब यह धड़ल्ले से बिक रही है. मशहूर होटल में धड़ल्ले से ड्रग्स की बिक्री का वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस भी दंग रह गई. होटल में पार्टी के दौरान कुछ युवक बाथरूम में ड्रग्स लेते पाए गए. बताया गया है कि कई नाबालिग बच्चे शराब पी रहे हैं.
पुणे शहर में शनिवार देर रात तक चलने वाली पार्टियों में ड्रग्स की बिक्री से कई सवाल उठने लगे हैं. बड़ी समस्या यह है कि देश-विदेश से कई युवा शिक्षा के लिए पुणे शहर आते हैं. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि आज की घटना गंभीर है और प्रशासन ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया है.
वहीं, स्थानीय कांग्रेस विधायक रवींद्र धांगेकर ने कहा कि इस मामले में पुलिस की मिलीभगत है. पुणे में ड्रग्स बड़े पैमाने पर उपलब्ध है. पुणे शहर में हुक्का पार्लर के नाम पर ड्रग्स बेची जा रही है. यह पुलिस की गलती है. पुलिस अधिकारी इसे अनदेखा करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे कारोबार पैसे के लिए चलते हैं. आबकारी मंत्री शंभुराज देसाई राजपूत ऐसे पुलिस अधिकारियों का समर्थन करते हैं. इसके बदले शंभूराज देसाई को करोड़ों रुपए मिलते हैं.
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