कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखा हमला करते हुए शुक्रवार को कांग्रेस को हिंदी भाषी राज्यों में भाजपा से मुकाबला करने की चुनौती दी और कहा कि उन्हें संदेह है कि क्या सबसे पुरानी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में 40 सीट भी हासिल कर पाएगी. बनर्जी ने कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की भी आलोचना की, जो राज्य के छह जिलों से होकर गुजरी. उन्होंने इसकी तुलना राज्य में आए 'प्रवासी पक्षियों' के लिए महज फोटो खींचने के अवसर से की.
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा, 'मैंने प्रस्ताव दिया कि कांग्रेस 300 सीट पर चुनाव लड़े (देश भर में जहां भाजपा मुख्य विपक्ष है), लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान देने से इनकार कर दिया. अब, वे मुस्लिम मतदाताओं को अपने पाले में करने के लिए राज्य में आए हैं. मुझे संदेह है कि यदि वे 300 सीट पर चुनाव लड़ते हैं, तो क्या वे 40 सीट भी जीत पाएंगे.' केंद्र से राज्य के बकाया भुगतान की मांग को लेकर कोलकाता में एक धरने के दौरान बनर्जी ने दोहराया कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की इच्छुक थी, लेकिन उसने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया.
उन्होंने कहा, 'हम गठबंधन के लिए तैयार थे, उन्हें दो सीट की पेशकश की थी जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया. अब उन्हें सभी 42 सीट पर अकेले चुनाव लड़ने दें. तब से, हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई है.' सूत्रों के अनुसार, उत्तरी बंगाल के छह जिलों, विशेष रूप से उत्तर दिनाजपुर, मालदा और मुर्शिदाबाद, जो अपनी महत्वपूर्ण अल्पसंख्यक आबादी और पारंपरिक कांग्रेस समर्थन के लिए जाने जाते हैं, के माध्यम से कांग्रेस की यात्रा ने बनर्जी के रुख को जन्म दिया होगा. टीएमसी सुप्रीमो ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी को हराने की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि अगर आपमें हिम्मत है तो यूपी, बनारस, राजस्थान, मध्य प्रदेश में बीजेपी को हराएं.
ये भी पढ़ें -धरने पर बैठीं ममता, केंद्र से की पश्चिम बंगाल के 'बकाया' भुगतान की मांग