ऋषिकेश: मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है. भारत के पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत डॉ अब्दुल कलाम की इन लाइनों को उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक दिव्यांग ने चरितार्थ करके दिखाया है. इस दिव्यांग ने जो किया उसे देखकर आप भी रोमांचित हो जाएंगे.
दरअसल, पंजाब के रहने वाला अभय प्रिय डोगरा अपने परिवार के साथ ऋषिकेश घूमने आये. अभय प्रिय डोगरा दिव्यांग हैं, वो चल नहीं सकते हैं. वो व्हीलचेयर पर ही कहीं आते-जाते हैं. ऋषिकेश के पास शिवपुरी में अभय डोगरा ने भी बंजी जंपिंग करने की इच्छा अपने परिजनों से जताई. परिजनों ने भी अभय प्रिय डोगरा का हौसला बढ़ाया.
इसके बाद अभय डोगरा व्हीलचेयर की मदद से बंजी जंपिंग प्वाइंट पर पहुंचे. व्हीलचेयर के साथ अभय डोगरा को बंजी जंपिंग प्वाइंट पर देखकर ट्रेनर भी दंग रह गया. हालांकि, उन्होंने भी अभय डोगरा के हौसले का सम्मान किया और उनका सपना पूरा करने में पूरा साथ दिया.
ट्रेनर ने सबसे पहले अभय डोगरा से सुरक्षा से संबंधित बातचीत की. इसके बाद अभय डोगरा की हिम्मत को देखते हुए ट्रेनर ने करीब 117 मीटर की ऊंचाई से व्हील चेयर पर अभय डोगरा को बंजी जंपिंग कराई. बंजी जंपिंग करके दिव्यांग अभय डोगरा काफी खुश नजर आये.
अभय डोगरा ने कहा कि भले ही वह पैरों से दिव्यांग हैं, लेकिन आज जो हौसले की उड़ान बंजी जंपिंग से उन्होंने भरी है, वह हमेशा के लिए यादगार बन गई है. युवक के इस हौसले ने उन दिव्यांगों के हौसलों को पंख लगा दिए हैं, जो जीवन में कुछ मुकाम हासिल करना चाहते हैं.
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