चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने चंडीगढ़ सीट पर उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. पार्टी ने दिग्गज नेता पवन बंसल का टिकट काट कर मनीष तिवारी को उम्मीदवार बनाया है. जिसके बाद पार्टी के अंदर फिर से फूट देखी जा रही है. पवन बंसल का टिकट कटने से कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज हैं. ऐसे में चंडीगढ़ से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी के स्वागत समारोह में शहर कई बड़े नेता उपस्थित नहीं हुए. चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भी कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गए हैं. अब उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है.
चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर टिकट की घोषणा होने के बाद से कांग्रेस को विद्रोह का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि पवन बंसल समर्थक उनका टिकट कटने से नाराज चल रहे हैं. दरअसल चंडीगढ़ लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री पवन कुमार बंसल की जगह मनीष तिवारी को कांग्रेस ने उम्मीदवार घोषित किया है. जिस से पार्टी में अंदरूनी मतभेद शुरू हो गया है. मनीष तिवारी की उम्मीदवारी घोषित होने के बाद, सोमवार को एक विशेष प्रेस वार्ता करवाई गई. जहां चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लकी के अलावा, यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष मनोज लूबाना ही दिखाई दिए.
पार्टी में चला इस्तीफों का दौर: इसके अलावा और कोई अन्य नेता उपस्थित नहीं हुए. सूत्रों की माने तो अप्रत्याशित घोषणा के तुरंत बाद, चंडीगढ़ में इस्तीफों का दौर चल पड़ा है. चंडीगढ़ प्रादेशिक कांग्रेस कमेटी के सचिव नितिन राय चौहान से लेकर चंडीगढ़ कांग्रेस के उपाध्यक्ष हाफिज अनवर अल हक तक, और कांग्रेस महिला अध्यक्ष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही चंडीगढ़ से कांग्रेस पार्टी के लिए काम करना वाले सदस्यों ने अपने प्रमुख पदों इस्तीफा दे दिया है.
पवन बंसल समर्थक पार्टी से नाराज!: 'एक बाहरी व्यक्ति' के चयन पर अपना असंतोष व्यक्त करते हुए पवन बंसल समर्थकों ने प्रदेश प्रधान एचएस लक्की से इस्तीफे की मांग की है, क्योंकि उन्होंने मनीष तिवारी का नाम हाईकमान को भेजा था. इस्तीफे के बीच सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए चंडीगढ़ एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सचिन गालव ने एक बयान जारी कर चंडीगढ़ में मनीष तिवारी के नाम पर चल रहे विवाद के बीच अपने इस्तीफे की खबर का जिक्र किया.
मनीष तिवारी ने की ईटीवी भारत से बातचीत: इन सभी चर्चाओं के बीच ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी ने कहा कि यहां किसी व्यक्ति विशेष को टिकट नहीं दिया गया है. लोकतंत्र को बचाने के लिए उन्हें मैदान में उतारा गया है. कांग्रेस के जिस भी कार्यकर्ता को टिकट मिलता वो यही काम करता. कांग्रेस में विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कोई विरोध नहीं है. अभी वोटिंग में वक्त है. तब तक सबकुछ ठीक हो जाएगा.
सचिन गालव ने कहा ''मैं हमेशा पार्टी के साथ हूं, हमेशा पार्टी के आदेश का पालन कर रहा था, या लगातार करता रहूंगा. पवन बंसल को टिकट ना मिलने पर भी निराशा है, लेकिन हाई कमान द्वारा जो आदेश दिए हैं. हम उसकी पालना करते हैं. रही बात नाराजगी की, तो हर एक पार्टी में छोटे-मोटे मतभेद होते हैं. फिलहाल मैं अपने की पद से इस्तीफा नहीं दे रहा हूं."
चंडीगढ़ सेक्टर 46 से पार्षद गुरप्रीत गाब्बी ने कहा "वे अपने किसी भी पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. चुनाव को देखते हुए जो कार्य सौंपा जाएगा. हम उसे हर हाल में करेंगे." इसके अलावा चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लकी ने कहा "फिलहाल पार्टी में कुछ लोग नाराज चल रहे हैं. जिन्हें जल्द ही मनाया जाएगा और चुनाव की तैयारी शुरू की जाएगी."
कांग्रेस महिला अध्यक्ष दीपा दुबे ने बताया "लंबे समय से हम एचएस लकी के काम से खुश नहीं है. जिसके चलते हम कांग्रेस भवन भी जाना बंद कर चुके हैं. वहीं पवन कुमार बंसल को टिकट न मिलने पर, और मनीष तिवारी के नाम की घोषणा होने के बाद एचएस लकी द्वारा अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाली गई. जहां उन्होंने पवन बंसल का अपमान किया है. हम अपने वरिष्ठ नेता पवन बंसल का अपमान नहीं सहेंगे. जिसके चलते मैं अपने कांग्रेस महिला अध्यक्ष के तौर पर इस्तीफा देती हूं."