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बिजली बिल और यात्रा में छूट, बैंक से ज्यादा ब्याज, जानें क्या हैं सीनियर सिटीजन कार्ड बनवाने के दूसरे फायदे

सीनियर सिटीजन्स की बड़ी संख्या और उनकी रोजमर्रा की दुश्वारियों को देखते हुए उनके लिए सीनियर सिटीजन्स कार्ड का इंतेजाम किया है.

सीनियर सिटीजन कार्ड बनवाने के फायदे
सीनियर सिटीजन कार्ड बनवाने के फायदे (सांकेतिक तस्वीर)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 12, 2024, 4:11 PM IST

नई दिल्ली: भारत सरकार समाज के कमजोर वर्गों के लिए अपने कल्याणकारी उपायों के कई सुविधाएं प्रदान करती है. खासकर सीनियर सिटीजन्स के लिए. हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली कैबिनेट ने हाल ही में 70 साल या उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत के दायरे में लाने को मंजूरी दी है.

इस तरह सरकार ने सीनियर सिटीजन्स की बड़ी संख्या और उनकी रोजमर्रा की दुश्वारियों को देखते हुए उनके लिए सीनियर सिटीजन्स कार्ड का बंदोबस्त किया है. यह कार्ड 60 साल से अधिक के उम्र वाले सीनियर सिटीजन्स के लिए बनाया जाता है. इसके जरिए वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा, हेल्थ सर्विस, बैंकिंग और कई अन्य क्षेत्रों में विशेष छूट और सुविधाएं मिलती हैं.

क्या है सीनियर सिटीजन कार्ड?
सीनियर सिटीजन कार्ड 60 साल या उससे अधिक आयु के लोगों को जारी किया जाता है. इस कार्ड से सरकारी कल्याणकारी योजनाओं में नामांकन करना आसान हो जाता है. इस कार्ड से बुजर्गों को लाभ प्राप्त करने के लिए आधार या अन्य सरकारी जारी किए गए कार्ड दिखाने की जरूरत नहीं होती.

इसके अलावा सीनियर सिटीजन को कई सारी प्राइवेट स्कीम का लाभ भी इस कार्ड के जरिए मिलता है. इस कार्ड में सीनियर सिटीजन्स का ब्लड ग्रुप, इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर, एलर्जी और दूसरी तरह की मेडिकल डिटेल्स रहती हैं.

सीनियर सिटीजन्स कार्ड राज्य सरकारें अपने स्तर पर बनाती हैं. इस कार्ड को बनवाने के लिए राज्य सरकार की ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना होगा. इसके लिए आपको एज प्रूफ के डॉक्युमेंट जैसे कि पासपोर्ट, पैन कार्ड और स्कूल सर्टिफिकेट देना होगा. इसके अलावा आपको निवास प्रमाण पत्र जैसे कि वैध राशन कार्ड, पासपोर्ट, इलेक्शन कार्ड, बिजली का बिल या फोन बिल भी देना होगा. इसके अलावा आवेदक को ब्लड रिपोर्ट, मेडिकशन और एलर्जी की रिपोर्ट भी देनी होती है. इसके लिए आपको 10 रुपये का भुगतान भी करना होगा.

वरिष्ठ नागरिक कार्ड के फायदे
सीनियर सिटीजन कार्ड होल्डर बैंक सावधि जमा पर उच्च ब्याज दरों का लाभ उठा सकते हैं. आम तौर पर बैंक वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 0.50 प्रतिशत ब्याज दर और सुपर वरिष्ठ नागरिकों (80 वर्ष और उससे अधिक) को 1.00 प्रतिशत तक अतिरिक्त ब्याज देते हैं. डाकघर की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) वरिष्ठ नागरिकों को 8.2 प्रतिशत की गारंटीकृत ब्याज दर प्रदान करती है.

टैक्स में मिलने वाले लाभ
वरिष्ठ नागरिकों को पुरानी कर व्यवस्था के तहत नियमित करदाताओं की तुलना में अधिक कर छूट मिलती है. वरिष्ठ नागरिकों के लिए मूल आयकर छूट सीमा 3 लाख रुपये और सुपर वरिष्ठ नागरिकों के लिए 5 लाख रुपये है. 60 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए यह 2.5 लाख रुपये है. हालांकि, नई कर व्यवस्था में, छूट सीमा सभी व्यक्तियों के लिए समान है.

सीनियर सिटीजन कार्ड के अन्य लाभ
बेसहारा बुजुर्ग या वे लोग जिनके पास खुद का भरण-पोषण करने के लिए वित्तीय साधन नहीं हैं, वे कार्ड दिखाकर वृद्धाश्रम की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं. वे कानूनी मामलों में अपने मामलों की जल्द सुनवाई का अनुरोध भी कर सकते हैं. सरकारी लाभ प्राप्त करने के लिए यह कार्ड पूरे भारत में मान्य है.

यह भी पढ़ें- आयुष्मान भारत स्कीम के लाभ के लिए 70 साल के बुजुर्ग ऐसे करें अप्लाई, जानें स्टेप बाय स्टेप पूरा प्रोसेस

नई दिल्ली: भारत सरकार समाज के कमजोर वर्गों के लिए अपने कल्याणकारी उपायों के कई सुविधाएं प्रदान करती है. खासकर सीनियर सिटीजन्स के लिए. हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली कैबिनेट ने हाल ही में 70 साल या उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान भारत के दायरे में लाने को मंजूरी दी है.

इस तरह सरकार ने सीनियर सिटीजन्स की बड़ी संख्या और उनकी रोजमर्रा की दुश्वारियों को देखते हुए उनके लिए सीनियर सिटीजन्स कार्ड का बंदोबस्त किया है. यह कार्ड 60 साल से अधिक के उम्र वाले सीनियर सिटीजन्स के लिए बनाया जाता है. इसके जरिए वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा, हेल्थ सर्विस, बैंकिंग और कई अन्य क्षेत्रों में विशेष छूट और सुविधाएं मिलती हैं.

क्या है सीनियर सिटीजन कार्ड?
सीनियर सिटीजन कार्ड 60 साल या उससे अधिक आयु के लोगों को जारी किया जाता है. इस कार्ड से सरकारी कल्याणकारी योजनाओं में नामांकन करना आसान हो जाता है. इस कार्ड से बुजर्गों को लाभ प्राप्त करने के लिए आधार या अन्य सरकारी जारी किए गए कार्ड दिखाने की जरूरत नहीं होती.

इसके अलावा सीनियर सिटीजन को कई सारी प्राइवेट स्कीम का लाभ भी इस कार्ड के जरिए मिलता है. इस कार्ड में सीनियर सिटीजन्स का ब्लड ग्रुप, इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर, एलर्जी और दूसरी तरह की मेडिकल डिटेल्स रहती हैं.

सीनियर सिटीजन्स कार्ड राज्य सरकारें अपने स्तर पर बनाती हैं. इस कार्ड को बनवाने के लिए राज्य सरकार की ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना होगा. इसके लिए आपको एज प्रूफ के डॉक्युमेंट जैसे कि पासपोर्ट, पैन कार्ड और स्कूल सर्टिफिकेट देना होगा. इसके अलावा आपको निवास प्रमाण पत्र जैसे कि वैध राशन कार्ड, पासपोर्ट, इलेक्शन कार्ड, बिजली का बिल या फोन बिल भी देना होगा. इसके अलावा आवेदक को ब्लड रिपोर्ट, मेडिकशन और एलर्जी की रिपोर्ट भी देनी होती है. इसके लिए आपको 10 रुपये का भुगतान भी करना होगा.

वरिष्ठ नागरिक कार्ड के फायदे
सीनियर सिटीजन कार्ड होल्डर बैंक सावधि जमा पर उच्च ब्याज दरों का लाभ उठा सकते हैं. आम तौर पर बैंक वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त 0.50 प्रतिशत ब्याज दर और सुपर वरिष्ठ नागरिकों (80 वर्ष और उससे अधिक) को 1.00 प्रतिशत तक अतिरिक्त ब्याज देते हैं. डाकघर की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) वरिष्ठ नागरिकों को 8.2 प्रतिशत की गारंटीकृत ब्याज दर प्रदान करती है.

टैक्स में मिलने वाले लाभ
वरिष्ठ नागरिकों को पुरानी कर व्यवस्था के तहत नियमित करदाताओं की तुलना में अधिक कर छूट मिलती है. वरिष्ठ नागरिकों के लिए मूल आयकर छूट सीमा 3 लाख रुपये और सुपर वरिष्ठ नागरिकों के लिए 5 लाख रुपये है. 60 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए यह 2.5 लाख रुपये है. हालांकि, नई कर व्यवस्था में, छूट सीमा सभी व्यक्तियों के लिए समान है.

सीनियर सिटीजन कार्ड के अन्य लाभ
बेसहारा बुजुर्ग या वे लोग जिनके पास खुद का भरण-पोषण करने के लिए वित्तीय साधन नहीं हैं, वे कार्ड दिखाकर वृद्धाश्रम की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं. वे कानूनी मामलों में अपने मामलों की जल्द सुनवाई का अनुरोध भी कर सकते हैं. सरकारी लाभ प्राप्त करने के लिए यह कार्ड पूरे भारत में मान्य है.

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