नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़े ऐप-आधारित घोटाले में यूट्यूबर एल्विश यादव और कॉमेडियन भारती सिंह और तीन अन्य को तलब किया है. एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस को 500 से अधिक शिकायतें मिलीं, जिसमें आरोप लगाया गया कि कई सोशल मीडिया प्रभावितों और यूट्यूबर्स ने अपने पेजों पर HIBOX मोबाइल एप्लिकेशन को बढ़ावा दिया और लोगों को ऐप के जरिए निवेश करने का लालच दिया. पुलिस ने इस मामले में सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान, पूरव झा, एल्विश यादव, भारती सिंह, हर्ष लिंबाचिया, लक्ष्य चौधरी, आदर्श सिंह, अमित और दिलराज सिंह रावत को नोटिस जारी किया है.
मास्टरमाइंड शिवराम गिरफ्तार: पुलिस ने बताया कि घोटाले के मुख्य आरोपी चेन्नई निवासी शिवराम (30) को गिरफ्तार कर लिया गया है. IFSO यूनिट ने आरोपी के चार बैंक खातों में मौजूद 18 करोड़ रुपये भी सीज किए गए हैं. इस एप्लीकेशन में आरोपी निवेशकों को गारंटेड रिटर्न देने का लालच देते थे. 16 अगस्त को पुलिस को इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) में एचआईबीओएक्स एप्लीकेशन के खिलाफ 29 पीड़ितों की शिकायतें मिलीं.
30 हजार से ज्यादा लोगों से ठगी: डीसीपी ने बताया कि इस एप्लीकेशन के जरिए आरोपियों ने रोजाना एक से पांच फीसदी और महीने में 30 से 90 फीसदी रिटर्न की गारंटी देने का वादा किया था. एप को फरवरी 2024 में लॉन्च किया गया था. एप में 30 हजार से ज्यादा लोगों ने पैसा लगाया. शुरुआती पांच महीनों में निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला.
हालांकि, जुलाई से एप ने तकनीकी गड़बड़ियों, कानूनी मुद्दों, जीएसटी मुद्दों आदि का हवाला देते हुए भुगतान रोक दिया. शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें उनके निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा किया गया था. 20 अगस्त को स्पेशल सेल ने भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की.
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जांच के दौरान साइबर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से भी नौ लोगों ने HIBOX एप्लीकेशन के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज कराई है, जिनके साथ इसी तरह से धोखाधड़ी की गई थी. इन नौ मामलों को IFSO को स्थानांतरित कर दिया गया. पुलिस को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, बाहरी जिले, शाहदरा और NCRP पोर्टल से 500 से अधिक शिकायतें मिली हैं. डीसीपी ने कहा, "हमारी टीम ने धोखाधड़ी में शामिल पेमेंट गेटवे और बैंक खातों का विवरण एकत्र किया. लेन-देन के विश्लेषण से टीम को चार खातों की पहचान करने में मदद मिली, जिनका इस्तेमाल ठगी की गई रकम को निकालने के लिए किया गया था.
EASEBUZZ और PhonePe की भूमिका की जांच: पुलिस ने कहा, "आज तक, 127 शिकायतों को एक साथ जोड़ दिया गया है और EASEBUZZ और PhonePe की भूमिका की जांच की जा रही है, क्योंकि HIBOX का संचालन करने वाले धोखेबाजों के मर्चेंट अकाउंट वस्तुतः उचित सत्यापन प्रक्रिया का पालन किए बिना और RBI के निर्धारित मानदंडों को दरकिनार करते हुए खोले गए थे." डीसीपी ने कहा, "EASEBUZZ और PhonePe कर्मचारियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है और जांच चल रही है."
(PTI)
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