रांची: अलकायदा से जुड़े चार संदिग्धों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने रांची लाकर फील्ड वेरिफिकेशन करवाया है. झारखंड एटीएस की मदद से पिछले महीने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने डॉक्टर इश्तियाक अहमद सहित चार को रांची से गिरफ्तार किया था. चारों पर आरोप है कि वे लोग झारखंड में अलकायदा का मॉड्यूल तैयार कर रहे थे.
मंगलवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने डॉक्टर इश्तियाक अहमद सहित अन्य चार गिरफ्तार आरोपियों को लेकर रांची के चान्हो पहुंची थी. मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम और झारखंड एटीएस की टीम ने गिरफ्तार आरोपी के साथ उन जगहों का फील्ड वेरिफिकेशन किया है जहां ट्रेनिंग के साथ-साथ युवाओं को आतंकी बनने के लिए उकसाया जाता था.
डॉक्टर इश्तियाक को माना गया है सरगना
अलकायदा इंडियन सब कांटिनेंट के सरगना डॉ इश्तियाक ने अपना नेटवर्क झारखंड में कहां-कहां तक फैला रखा था और युवाओं को अलकायदा मॉड्यूल में कैसे जोड़ता था, इसकी तफ्तीश लगातार जारी है. इसी मामले को लेकर पूर्व में गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम रांची पहुंची थी.
अब तक की जानकारी के अनुसार मंगलवार को स्पेशल सेल की टीम ने चान्हो स्थित मदरसा के अलावा वैसे सभी स्थानों तक आरोपितों को लेकर गई जहां-जहां अलकायदा को लेकर ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई थी. सबसे अहम बात यह है कि डॉक्टर इश्तियाक के साथ पकड़े गए अन्य अलकायदा संदिग्धों के तार झारखंड के पुराने आतंकी मामले से तो जुड़े नहीं है यह जानने का पूरा प्रयास जांच टीम के द्वारा किया गया. टीम झारखंड के पुराने आतंकी मामलों की पड़ताल भी कर रही है ताकि डॉक्टर इश्तियाक के बारे में और अधिक जानकारी हासिल हो सके.
अबु सुफियान को लेकर जांच
साल 2009-10 में झारखंड के चतरा जिला के रहने वाले अबू सुफियान का नाम भी अलकायदा से जुड़ा था. अबू सुफियान अब तक फरार है. बताया जाता है अलकायदा के प्रशिक्षण शिविर में जाने के बाद से उसका पता नहीं चला. इसके अलावा डॉ. सबील और अब्दुल रहमान कटकी का जमशेदपुर से जुड़ाव रहा. इनके पाकिस्तान, ईरान और तुर्की से चलने वाले आतंकी संगठनों के प्रमुख लोगों से संपर्क हैं.
झारखंड एटीएस की टीम यह जांच कर रही है कि डॉक्टर इश्तियाक के संबंध कहीं अबू सुफियान से तो नहीं थे. झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि सभी पुराने कांडों को लेकर तफ्तीश की जा रही है. पूरे मामले की जांच का दायरा काफी बड़ा हो चुका है जैसे-जैसे सूचनाएं सामने आएंगी आगे की कार्रवाई की जाएगी.
कटकी के तार भी जुड़े थे चान्हो से
जमशेदपुर जेल में बंद आतंकी कटकी और डॉक्टर इश्तियाक को लेकर भी सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही है. साल 2010 के बाद कटकी ने झारखंड के जमशेदपुर, रांची, लोहरदगा, हजारीबाग समेत कई शहरों का दौरा किया था. इन शहरों में तकरीर के जरिए वह लोगों को प्रभावित करता था, इसके बाद रेडिक्लाइज कर उसने सैकड़ों लोगों को स्लीपर सेल से जोड़ा था. 18 जनवरी 2016 को कटकी को पहली बार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मेवात से गिरफ्तार किया था. कटकी की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ था कि झारखंड के कई बच्चों को वह कटक भी ले गया था, जहां धार्मिक पाठ के बहाने जिहाद के लिए उकसाया जाता था.
ये भी पढ़ें-