नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी 'आप' के लीगल सेल ने जिला और हाईकोर्ट परिसर में केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. इसपर दिल्ली हाईकोर्ट आज बुधवार को कड़ी चेतावनी दी है. कार्यकारी चीफ जस्टिस मनमोहन की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि, अगर दिल्ली की अदालतों में आज कोई प्रदर्शन होता है तो इसके दुष्परिणाम भुगतने होंगे. कोर्ट ने सवाल किया कि आखिर कोर्ट में प्रदर्शन कैसे किया जा सकता है.
प्रदर्शन के खिलाफ दाखिल एक वकील की याचिका पर आज हाईकोर्ट ने सुनवाई की. वकील ने कोर्ट परिसर में विरोध प्रदर्शन को लेकर दाखिल शिकायत में कहा था कि अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए कोर्ट को युद्ध का मैदान बनाना सही नहीं. कार्यकारी चीफ जस्टिस मनमोहन की पीठ ने कहा कि, 'बेहतर होगा कि आप समझ जाएं, अगर कोर्ट परिसर में प्रदर्शन किया जाता है तो वे इसके जोखिम सहने के लिए तैयार रहें, इसके गंभीर परिणाम होंगे. अदालत आने का अधिकार मौलिक अधिकार है, किसी को रोका नहीं जा सकता, अगर किसी ने आम लोगों को रोका तो इसके गंभीर परिणाम होंगे.
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27 मार्च को प्रदर्शन की थी तैयारी: बता दें कि दिल्ली बार काउंसिल के उपाध्यक्ष संजीव नसीयर ने एक बयान जारी कर दिल्ली की सभी अदालतों में प्रदर्शन करने का आह्वान किया है. संजीव नसीयर ने कहा है कि दिल्ली की सभी अदालतों में वकील एक जगह जुटेंगे और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध करेंगे. संजीव नसीयर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि केजरीवाल को 21 मार्च को एक साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया. ऐसे में वकीलों के समुदाय ने तय किया है कि दिल्ली की सभी अदालतों में 27 मार्च को एक बड़ा प्रदर्शन किया जाए. वकील सभी अदालतों में प्रदर्शन करेंगे.