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दिल्ली कोचिंग हादसे की CBI जांच का आदेश, हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस और MCD को लगाई फटकार - CBI investigate coaching incident

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 2, 2024, 4:05 PM IST

Updated : Aug 2, 2024, 4:55 PM IST

Delhi coaching centre deaths: दिल्ली हाईकोर्ट ने RAU’S IAS स्टडी सर्कल के 'बेसमेंट' हादसे की सीबीआई जांच का आदेश दिया है. कोर्ट ने बेसमेंट में पानी भरने से 3 सिविल सेवा उम्मीदवारों की मौत मामले की सुनवाई की दिल्ली पुलिस और MCD को फटकार लगाई और आपराधिक मामले की जांच दिल्ली पुलिस से सीबीआई को सौंप दी.

दिल्ली हाईकोर्ट
दिल्ली हाईकोर्ट (Etv Bharat)

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने राजेंद्र नगर में तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत की जांच सीबीआई को सौंप दी है. न्यायालय ने इस निर्णय के पीछे घटनाओं की गंभीरता और लोक सेवकों द्वारा भ्रष्टाचार की संभावित संलिप्तता को कारण बताया. साथ ही कोर्ट ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) को सिविल सेवा उम्मीदवारों की मौत की सीबीआई जांच की निगरानी के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को नामित करने का निर्देश दिया.

कोर्ट ने कहा कि वह यह नहीं समझ पा रही है कि छात्र बाहर क्यों नहीं आ पाए? एमसीडी अधिकारियों ने इलाके में खराब बरसाती नालों के बारे में कमिश्नर को क्यों नहीं बताया? कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ ने कहा कि एमसीडी अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है और यह आम बात हो गई है.

दिल्ली पुलिस पर की गंभीर टिप्पणीः अदालत ने पुलिस पर कटाक्ष करते हुए कहा, "शुक्र है कि आपने बेसमेंट में घुसने वाले बारिश के पानी का चालान नहीं काटा, जिस तरह से आपने एसयूवी चालक को वहां कार चलाने के लिए गिरफ्तार किया." डीसीपी ने कोर्ट को बताया कि जब पानी आया तो वहां पर करीब 20 से 30 बच्चे थे. अचानक काफी तेजी से पानी आया. जब ये हुआ तो वहां का लाइब्रेरियन भाग गया था. काफी बच्चे निकालने में कामयाब हुए लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था की शीशा टूट गया. टेबल के कारण भी अभ्यर्थियों को निकलने में दिक्कत आई.

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कोर्ट ने कहा कि वह यह नहीं समझ पा रही है कि छात्र बाहर क्यों नहीं आ पाए? एमसीडी अधिकारियों ने इलाके में खराब बरसाती नालों के बारे में कमिश्नर को क्यों नहीं बताया? कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ ने कहा कि एमसीडी अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है और यह आम बात हो गई है.

दिल्ली पुलिस पर की गंभीर टिप्पणीः अदालत ने पुलिस पर कटाक्ष करते हुए कहा, "शुक्र है कि आपने बेसमेंट में घुसने वाले बारिश के पानी का चालान नहीं काटा, जिस तरह से आपने एसयूवी चालक को वहां कार चलाने के लिए गिरफ्तार किया." डीसीपी ने कोर्ट को बताया कि जब पानी आया तो वहां पर करीब 20 से 30 बच्चे थे. अचानक काफी तेजी से पानी आया. जब ये हुआ तो वहां का लाइब्रेरियन भाग गया था. काफी बच्चे निकालने में कामयाब हुए लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था की शीशा टूट गया. टेबल के कारण भी अभ्यर्थियों को निकलने में दिक्कत आई.

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Last Updated : Aug 2, 2024, 4:55 PM IST
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