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दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसा, अंबेडकरनगर में श्रेया के गांव में मातम, भाई बोला- कहती थी नाम रोशन करूंगी, सपना टूट गया - delhi coaching center accident - DELHI COACHING CENTER ACCIDENT

दिल्ली के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से 2 छात्राओं और एक छात्र की मौत हो गई. इनमें से एक छात्रा श्रेया यादव अंबेडकरनगर की रहने वाली थी. हादसे के बाद से छात्रा के गांव में मातम पसरा है.

आईएएस बन परिवार का नाम रोशन करना चाहती थी श्रेया.
आईएएस बन परिवार का नाम रोशन करना चाहती थी श्रेया. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 28, 2024, 1:24 PM IST

Updated : Jul 28, 2024, 7:05 PM IST

भाई ने कोचिंग सेंटर के इंतजामों पर उठाए सवाल. (Photo Credit; ETV Bharat)

अंबेडकरनगर : दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से एक छात्र और 2 छात्राओं की मौत हो गई. हादसे में तेलंगाना की तान्या सोनी, केरल के नवीन और यूपी के अंबेडकरनगर जिले के अकबरपुर कोतवाली इलाके के हासिमपुर बरसावा की श्रेया यादव की जान चली गई. घटना के बाद छात्रा के गांव में मातम पसर गया है. छात्रा आईएएस बनने का सपना लेकर कुछ महीने पहले ही गांव से गई थी. गांव के लोगों को उसकी काबिलियत और मेहनत पर पूरा भरोसा था. हादसे से उनकी उम्मीदें टूट गईं.

हासिमपुर बरसावा की श्रेया 4 महीने पहले आईएएस बनने का अरमान लेकर दिल्ली गई थी. वह यहां यूपीएससी की तैयारी कर रही थी. होनहार और मेहनती होने के कारण पूरे गांव के लोगों को उससे बहुत उम्मीदें थीं. हादसे के बाद पूरे गांव के लोग गमगीन हैं. अकबरपुर से श्रेया ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी की थी. सुल्तानपुर से उसने एग्रीकल्चर से बीएससी किया था.

श्रेया के भाई अभिषेक यादव ने बताया कि बहन को मदर डेयरी में जॉब मिल रही थी, लेकिन उसे यूपीएससी की तैयारी के लिए कहा गया. चाचा धर्मेंद्र यादव सपा के प्रवक्ता हैं. वह नोएडा में ही रहते हैं. उनके जरिए और हम लोगों ने काफी पता कराकर कोचिंग सेंटर में बहन का दाखिला कराया था. 26 जुलाई को आखिरी बार उससे बात हुई थी.

श्रेया ने राखी के त्यौहार पर घर आने के लिए कहा था, नहीं पता था कि इतनी जल्दी साथ छूट जाएगा. कोचिंग सेंटर ने लापरवाही की. सेंटर में कोई दरवाजा नहीं था. दिल्ली में बेसमेंट में निर्माण नहीं करा सकते लेकिन इसके बावजूद वहां निर्माण कराकर पढ़ाई कराई जा रही थी. वहां के प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं थी.

अभिषेक ने बताया कि उनके पिता राजेंद्र यादव की बसखारी में दूध की डेयरी है. जबकि मां घर संभालती हैं. श्रेया हमेशा पापा से कहती थी कि वह कड़ी मेहनत से पूरे परिवार का नाम रोशन करेगी. अब श्रेया के साथ परिवार के अरमान भी डूब गए. जिसे पूरा परिवार बुलंदी पर देखना चाहता है, अब वह हमेशा के लिए खामोश हो गई.

यह भी पढ़ें : कोचिंग सेंटर में घुसा बारिश का पानी, तीन छात्रों की मौत; स्वाति मालीवाल बोलीं- बेसमेंट गैरकानूनी, पैसा दो काम हो जाता है

भाई ने कोचिंग सेंटर के इंतजामों पर उठाए सवाल. (Photo Credit; ETV Bharat)

अंबेडकरनगर : दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से एक छात्र और 2 छात्राओं की मौत हो गई. हादसे में तेलंगाना की तान्या सोनी, केरल के नवीन और यूपी के अंबेडकरनगर जिले के अकबरपुर कोतवाली इलाके के हासिमपुर बरसावा की श्रेया यादव की जान चली गई. घटना के बाद छात्रा के गांव में मातम पसर गया है. छात्रा आईएएस बनने का सपना लेकर कुछ महीने पहले ही गांव से गई थी. गांव के लोगों को उसकी काबिलियत और मेहनत पर पूरा भरोसा था. हादसे से उनकी उम्मीदें टूट गईं.

हासिमपुर बरसावा की श्रेया 4 महीने पहले आईएएस बनने का अरमान लेकर दिल्ली गई थी. वह यहां यूपीएससी की तैयारी कर रही थी. होनहार और मेहनती होने के कारण पूरे गांव के लोगों को उससे बहुत उम्मीदें थीं. हादसे के बाद पूरे गांव के लोग गमगीन हैं. अकबरपुर से श्रेया ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी की थी. सुल्तानपुर से उसने एग्रीकल्चर से बीएससी किया था.

श्रेया के भाई अभिषेक यादव ने बताया कि बहन को मदर डेयरी में जॉब मिल रही थी, लेकिन उसे यूपीएससी की तैयारी के लिए कहा गया. चाचा धर्मेंद्र यादव सपा के प्रवक्ता हैं. वह नोएडा में ही रहते हैं. उनके जरिए और हम लोगों ने काफी पता कराकर कोचिंग सेंटर में बहन का दाखिला कराया था. 26 जुलाई को आखिरी बार उससे बात हुई थी.

श्रेया ने राखी के त्यौहार पर घर आने के लिए कहा था, नहीं पता था कि इतनी जल्दी साथ छूट जाएगा. कोचिंग सेंटर ने लापरवाही की. सेंटर में कोई दरवाजा नहीं था. दिल्ली में बेसमेंट में निर्माण नहीं करा सकते लेकिन इसके बावजूद वहां निर्माण कराकर पढ़ाई कराई जा रही थी. वहां के प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं थी.

अभिषेक ने बताया कि उनके पिता राजेंद्र यादव की बसखारी में दूध की डेयरी है. जबकि मां घर संभालती हैं. श्रेया हमेशा पापा से कहती थी कि वह कड़ी मेहनत से पूरे परिवार का नाम रोशन करेगी. अब श्रेया के साथ परिवार के अरमान भी डूब गए. जिसे पूरा परिवार बुलंदी पर देखना चाहता है, अब वह हमेशा के लिए खामोश हो गई.

यह भी पढ़ें : कोचिंग सेंटर में घुसा बारिश का पानी, तीन छात्रों की मौत; स्वाति मालीवाल बोलीं- बेसमेंट गैरकानूनी, पैसा दो काम हो जाता है

Last Updated : Jul 28, 2024, 7:05 PM IST
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