नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने 1,44,716 करोड़ रुपये की राशि के 10 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए जरूरी मंजूरी (एओएन) प्रदान की. इसका 99 प्रतिशत अधिग्रहण स्वदेशी स्रोतों से किया जाएगा.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीय सेना के टैंक बेड़े के आधुनिकीकरण के लिए फ्यूचर रेडी कॉम्बैट व्हीकल्स (FRCV) की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. FRCV बेहतर गतिशीलता, सभी इलाकों में क्षमता, बहुस्तरीय सुरक्षा, सटीक और घातक फायर और वास्तविक समय की स्थिति के बारे में जानकारी के साथ भविष्य का मुख्य युद्धक टैंक होगा.
Defence Acquisition Council (DAC) approves 10 capital acquisition proposals worth Rs 1.45 lakh crore to enhance defence preparedness: Ministry of Defence pic.twitter.com/ZPgfkDa2Ls
— ANI (@ANI) September 3, 2024
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि डीएसी ने एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रडार की खरीद के लिए भी एओएन को मंजूरी दी है, जो हवाई लक्ष्य का पता लगाएगा और उसे ट्रैक करेगा तथा फायरिंग समाधान प्रदान करेगा. फॉरवर्ड रिपेयर टीम (ट्रैक्ड) के लिए भी प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है, जिसमें मशीनीकृत संचालन के दौरान इन-सीटू मरम्मत करने के लिए उपयुक्त क्रॉस कंट्री मोबिलिटी है. इस उपकरण को आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है, तथा यह मशीनीकृत इन्फैंट्री बटालियन और आर्मर्ड रेजिमेंट दोनों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है.
बयान में कहा गया है कि भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तीन एओएन को मंजूरी दी गई है. डोर्नियर-228 विमान, खराब मौसम में उच्च परिचालन विशेषताओं वाले अगली पीढ़ी के फास्ट पेट्रोल वेसल (गश्ती जहाज) और उन्नत तकनीक व लंबी दूरी के संचालन वाले अगली पीढ़ी के ऑफशोर पेट्रोल वेसल (गश्ती जहाज) की खरीद से निगरानी, समुद्री क्षेत्र की गश्त, खोज और बचाव तथा आपदा राहत संचालन करने के लिए आईसीजी की क्षमता बढ़ेगी.
बयान में कहा गया है कि बैठक के अंत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिवंगत आईसीजी महानिदेशक राकेश पाल के सम्मान में मौन रखा, जो डीएसी के सदस्य भी थे. 18 अगस्त 2024 को चेन्नई में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था.
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