पालघर (महाराष्ट्र) : घर में तीन लोगों के क्षत-विक्षत शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. यह घटना वाडा तालुका के नेहरोली गांव में सामने आई है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. घटना के बारे में पुलिस को संदेह है कि हत्यारों ने तीनों लोगों की हत्या करने के बाद घर को बाहर से बंद कर दिया होगा. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हत्यारों ने तीनों लोगों की हत्या क्यों की.
मृतकों के नाम मुकुंद बेचलदास राठौड़ (उम्र 75), कंचन मुकुंद राठौड़ (उम्र 70) और बेटी संगीता मुकुंद राठौड़ (उम्र 52) हैं. राठौड़ परिवार मूल रूप से गुजरात राज्य का रहने वाला था और वह पिछले 20 वर्षों से नेहरोली में रह रहा था. उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा वसई में रहता है और दूसरा बेटा गुजरात राज्य के राजकोट में रहता है.
बेटी संगीता विकलांग थी. वहीं 18 अगस्त से परिवार से संपर्क नहीं हो पाया था, इसलिए राजकोट में फैब्रिकेशन का व्यवसाय करने वाला उनका बेटा सुहास घर में किसी का फोन नहीं उठने पर नेहरोली पहुंचा.
नेहरोली में पहुंचने पर सुहास ने देखा कि घर बाहर से बंद था, इसलिए उसन आस-पास के सभी अस्पतालों में जाकर पता किया कि कहीं परिवार के लोग बीमार तो नहीं है. जब उसके परिवार का कोई पता नहीं चला, तो उसने घर का ताला तोड़ा. ताला तोड़ने के बाद सामने का मंजर देखकर हैरान रह गया. घर से तीनों सदस्यों के शव मिले. इसमें मां और उसकी बहन की लाश बंद बक्से में मिली, जबकि पिता की लाश बाथरूम में मिली.
चूंकि यह घटना कई दिनों पहले हुई थी, इसलिए लाश से बदबू आ रही थी. वहीं शवों की बदबू बाहर न आए, इसके लिए आरोपियों ने उनके ऊपर मोटे गद्दे बिछाए थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें- 5 साल पहले पत्नी की हत्या कर शव को दफनाया, 2 साल बाद बॉडी को जलाया, दोस्त की पत्नी के मर्डर में पुलिस ने धरा