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उत्तराखंड चारधाम में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा पहुंचा 49, सबसे अधिक इस धाम में हो रही हैं मौत - Uttarakhand Chardham Yatra 2024

49 devotees died in Chardham इन दिनों उत्तराखंड चारधाम यात्रा जोरों-शोरों से चल रही है. देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु चारधामों के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. इसी बीच श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा बढ़कर 49 हो गया है. पढ़ें पूरी खबर..

49 devotees died in Chardhamharat
उत्तराखंड चारधाम यात्रा (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 23, 2024, 1:40 PM IST

देहरादून: भयानक गर्मी, अचानक मौसम में परिवर्तन और ऊंची चढ़ाई चारधाम यात्रा पर आने वाले उन श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत बन रही है, जिन्हें हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियां हैं. लगभग 12 दिनों में चारधाम यात्रा पर आने वाले 49 लोगों की मौत हो गई है.

मृतकों में हृदय रोग और अन्य रोगों से ग्रसित श्रद्धालु शामिल: राज्य आपातकालीन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, बदरीनाथ धाम में आज (23 मई) सुबह 11 बजे तक दो और लोगों की मौत हो गई, जबकि केदारनाथ में चार और गंगोत्री में एक मौत हुई है. इसके साथ ही कल (22 मई) रात 10 बजे तक सात और लोगों ने दम तोड़ा है. अब तक कुल मौत का आंकड़ा 49 पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि अमूमन मृतकों में हृदय रोग और अन्य रोगों से ग्रसित श्रद्धालु शामिल थे.

चारधाम यात्रा 2023 में 250 से अधिक लोगों की गई थी जान: उत्तराखंड में साल 2023 में हुई चारधाम यात्रा के दौरान भी 250 से अधिक लोगों की जान गई थी. यह सिलसिला इस बार यात्रा के शुरुआती 12 दिनों में ही बढ़कर 49 पहुंच जाने के बाद सभी लोग हैरान हैं. हालांकि, राज्य का स्वास्थ्य महकमा ये दावा कर रहा है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रॉपर चेकिंग के बाद ही चारधाम यात्रा पर भेजा जा रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं की मौत लगातार क्यों हो रही है, ये भी बड़ा विषय है. उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पहले दिन से ही चर्चाओं में है. कभी भीड़ और कभी ट्रैफिक जाम के साथ-साथ मैनेजमेंट को लेकर सवाल पहले से ही खड़े हो रहे हैं.

केदारनाथ में हुई सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत: 49 मौत के आंकड़े को देखें तो सबसे अधिक मौतें केदारनाथ धाम में हुई हैं. केदारनाथ में पिछली साल भी सबसे अधिक मौत रिकॉर्ड की गई थीं, और इस बार भी मात्र 13 दिनों में 23 लोगों की मौत हो गई है, जो यह बताता है कि औसतन रोजाना लगभग दो मौतें केदारनाथ में हो रही हैं.

राज्य सरकार श्रद्धालुओं से चेकअप करवाने की कर रही अपील: इसके साथ ही 12 मौत अबतक यमुनोत्री धाम में रिकॉर्ड की गई हैं. वहीं बदरीनाथ में भी 11 श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा रिकॉर्ड किया गया है. गंगोत्री धाम में अब तक तीन श्रद्धालु अपनी जान गंवा चुके हैं. राज्य सरकार का कहना है कि यह तमाम मौत उन लोगों की हुई है जो हृदय रोग से पीड़ित हैं या फिर अन्य गंभीर रोग से ग्रसित हैं. राज्य सरकार अब ऐसे तमाम श्रद्धालुओं से अपील कर रही है और साथ ही यात्रा में जाने से पहले उनका फिटनेस चेकअप भी हो रहा है.

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देहरादून: भयानक गर्मी, अचानक मौसम में परिवर्तन और ऊंची चढ़ाई चारधाम यात्रा पर आने वाले उन श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत बन रही है, जिन्हें हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियां हैं. लगभग 12 दिनों में चारधाम यात्रा पर आने वाले 49 लोगों की मौत हो गई है.

मृतकों में हृदय रोग और अन्य रोगों से ग्रसित श्रद्धालु शामिल: राज्य आपातकालीन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, बदरीनाथ धाम में आज (23 मई) सुबह 11 बजे तक दो और लोगों की मौत हो गई, जबकि केदारनाथ में चार और गंगोत्री में एक मौत हुई है. इसके साथ ही कल (22 मई) रात 10 बजे तक सात और लोगों ने दम तोड़ा है. अब तक कुल मौत का आंकड़ा 49 पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि अमूमन मृतकों में हृदय रोग और अन्य रोगों से ग्रसित श्रद्धालु शामिल थे.

चारधाम यात्रा 2023 में 250 से अधिक लोगों की गई थी जान: उत्तराखंड में साल 2023 में हुई चारधाम यात्रा के दौरान भी 250 से अधिक लोगों की जान गई थी. यह सिलसिला इस बार यात्रा के शुरुआती 12 दिनों में ही बढ़कर 49 पहुंच जाने के बाद सभी लोग हैरान हैं. हालांकि, राज्य का स्वास्थ्य महकमा ये दावा कर रहा है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रॉपर चेकिंग के बाद ही चारधाम यात्रा पर भेजा जा रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं की मौत लगातार क्यों हो रही है, ये भी बड़ा विषय है. उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पहले दिन से ही चर्चाओं में है. कभी भीड़ और कभी ट्रैफिक जाम के साथ-साथ मैनेजमेंट को लेकर सवाल पहले से ही खड़े हो रहे हैं.

केदारनाथ में हुई सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत: 49 मौत के आंकड़े को देखें तो सबसे अधिक मौतें केदारनाथ धाम में हुई हैं. केदारनाथ में पिछली साल भी सबसे अधिक मौत रिकॉर्ड की गई थीं, और इस बार भी मात्र 13 दिनों में 23 लोगों की मौत हो गई है, जो यह बताता है कि औसतन रोजाना लगभग दो मौतें केदारनाथ में हो रही हैं.

राज्य सरकार श्रद्धालुओं से चेकअप करवाने की कर रही अपील: इसके साथ ही 12 मौत अबतक यमुनोत्री धाम में रिकॉर्ड की गई हैं. वहीं बदरीनाथ में भी 11 श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा रिकॉर्ड किया गया है. गंगोत्री धाम में अब तक तीन श्रद्धालु अपनी जान गंवा चुके हैं. राज्य सरकार का कहना है कि यह तमाम मौत उन लोगों की हुई है जो हृदय रोग से पीड़ित हैं या फिर अन्य गंभीर रोग से ग्रसित हैं. राज्य सरकार अब ऐसे तमाम श्रद्धालुओं से अपील कर रही है और साथ ही यात्रा में जाने से पहले उनका फिटनेस चेकअप भी हो रहा है.

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