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आज है बैसाखी का पर्व, हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ - Baisakhi festival

Ganga Snan in Haridwar on Baisakhi आज बैसाखी का पर्व है. बैसाखी फसलों के कटने के पर्व के रूप में मनायी जाती है. आज ही के दिन गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. बैसाखी पर हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.

Ganga Snan
बैसाखी का पर्व
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 13, 2024, 8:05 AM IST

Updated : Apr 13, 2024, 11:10 AM IST

बैसाखी का पर्व पर हरिद्वार में गंगा स्नान

हरिद्वार: बैसाखी का पर्व धर्म नगरी हरिद्वार में पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. हर की पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है. देश भर से आये श्रद्धालुगण गंगा में स्नान करके मां गंगा की आराधना कर रहे हैं. मां गंगा से जीवन शांतिपूर्वक बीते और जिस तरह से ईश्वर द्वारा उन पर कृपा की गयी है वो आगे भी बनी रहे ये प्रार्थना कर रहे हैं.

Ganga Snan
आज बैसाखी है

हरिद्वार में गंगा स्नान: श्रद्धालु मां गंगा से कामना कर रहे हैं कि धरती मां इसी तरह से फसल प्रदान करती रहे. दरअसल बैसाखी के अवसर पर गेहूं की फसल तैयार हो जाती है. इस दिन से फसल कटनी शुरू हो जाती है. महत्वपूर्ण बात ये है कि इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना भी की गयी थी. यही वजह है कि यह त्यौहार पंजाबी समुदाय में खासे धूमधाम से मनाया जाता है. बैसाखी पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. गंगा स्नान का महत्व होने से हरिद्वार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आये हैं. गंगा स्नान कर दान, भंडारा आदि कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी कड़े इंतजाम किये गए हैं.

Ganga Snan
बैसाखी पर गंगा स्नान

बैसाख का महीना है पुण्यदायी: पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि बैसाख मास पूरा का पूरा ही भगवान को बड़ा पुण्यदायी और प्रिय है. प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक बैसाख में किसी ना किसी प्रकार के तीर्थ पर जाकर स्नान करने से बड़ा पुण्य प्राप्त होता है. ऐसे लोग जिन लोगों ने प्रारब्ध में भी जीवन में कभी कोई पाप किया हो, उस जल मात्र में स्नान करने मात्र से उनके पाप नष्ट होने शुरू हो जाते हैं. गंगा स्नान के पुण्य के प्रभाव से व्यक्ति जीवन में सफल होना शुरू हो जाता है.

Ganga Snan
हर की पैड़ी पर गंगा स्नान

बैसाख संक्राति पर गंगा स्नान का है महत्व: इस बैसाख संक्रांति का विशेष तौर पर महत्व है जिसे हम बैसाखी कहते हैं. जिन लोगों को अपने कामों में अनिश्चितता आती है, वह आ कर गंगा स्नान करके दान करें. अगर आप गंगा तट पर नहीं जा सकते तो अपने घर पर ही स्नान करते हुए गंगा का ध्यान करें और तुलसी पत्र डालकर उसमें स्नान करें. आपको हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करने जैसा फल प्राप्त हो जाएगा.

Ganga Snan
बैसाखी को लेकर कड़ी सुरक्षा की गई है

बैसाखी पर हरिद्वार में आकर गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि इस अवसर पर गंगा स्नान करने का खासा महत्व है. वे मानते हैं कि गंगा में स्नान करने से मां गंगा सबका कल्याण करती हैं और मनचाही मुराद पूरी करने के साथ ही मोक्ष प्रदान करती हैं.

Ganga Snan
आज ही के दिन खालसा पंथ की स्थापना हुई थी

बैसाख स्नान पर सुरक्षा की मजबूत व्यवस्था: हरिद्वार पुलिस ने बैसाखी स्नान को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये हैं. बैसाखी के स्नान और वीकेंड होने के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आए हैं. इसको देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र को 4 सुपर जोन, 16 जोन और 38 सेक्टरों में बांटा गया है. सभी जगह पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है. पीएसी तैनात करने के साथ ट्रैफिक प्लान और डाइवर्जन प्लान लागू किये गए हैं.
ये भी पढ़ें: आज है चैत्र शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि, बैसाखी व सोलर नव वर्ष, नवरात्रि के पांचवें दिन करें स्कंदमाता की पूजा

बैसाखी का पर्व पर हरिद्वार में गंगा स्नान

हरिद्वार: बैसाखी का पर्व धर्म नगरी हरिद्वार में पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. हर की पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है. देश भर से आये श्रद्धालुगण गंगा में स्नान करके मां गंगा की आराधना कर रहे हैं. मां गंगा से जीवन शांतिपूर्वक बीते और जिस तरह से ईश्वर द्वारा उन पर कृपा की गयी है वो आगे भी बनी रहे ये प्रार्थना कर रहे हैं.

Ganga Snan
आज बैसाखी है

हरिद्वार में गंगा स्नान: श्रद्धालु मां गंगा से कामना कर रहे हैं कि धरती मां इसी तरह से फसल प्रदान करती रहे. दरअसल बैसाखी के अवसर पर गेहूं की फसल तैयार हो जाती है. इस दिन से फसल कटनी शुरू हो जाती है. महत्वपूर्ण बात ये है कि इसी दिन खालसा पंथ की स्थापना भी की गयी थी. यही वजह है कि यह त्यौहार पंजाबी समुदाय में खासे धूमधाम से मनाया जाता है. बैसाखी पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. गंगा स्नान का महत्व होने से हरिद्वार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आये हैं. गंगा स्नान कर दान, भंडारा आदि कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी कड़े इंतजाम किये गए हैं.

Ganga Snan
बैसाखी पर गंगा स्नान

बैसाख का महीना है पुण्यदायी: पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि बैसाख मास पूरा का पूरा ही भगवान को बड़ा पुण्यदायी और प्रिय है. प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक बैसाख में किसी ना किसी प्रकार के तीर्थ पर जाकर स्नान करने से बड़ा पुण्य प्राप्त होता है. ऐसे लोग जिन लोगों ने प्रारब्ध में भी जीवन में कभी कोई पाप किया हो, उस जल मात्र में स्नान करने मात्र से उनके पाप नष्ट होने शुरू हो जाते हैं. गंगा स्नान के पुण्य के प्रभाव से व्यक्ति जीवन में सफल होना शुरू हो जाता है.

Ganga Snan
हर की पैड़ी पर गंगा स्नान

बैसाख संक्राति पर गंगा स्नान का है महत्व: इस बैसाख संक्रांति का विशेष तौर पर महत्व है जिसे हम बैसाखी कहते हैं. जिन लोगों को अपने कामों में अनिश्चितता आती है, वह आ कर गंगा स्नान करके दान करें. अगर आप गंगा तट पर नहीं जा सकते तो अपने घर पर ही स्नान करते हुए गंगा का ध्यान करें और तुलसी पत्र डालकर उसमें स्नान करें. आपको हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान करने जैसा फल प्राप्त हो जाएगा.

Ganga Snan
बैसाखी को लेकर कड़ी सुरक्षा की गई है

बैसाखी पर हरिद्वार में आकर गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि इस अवसर पर गंगा स्नान करने का खासा महत्व है. वे मानते हैं कि गंगा में स्नान करने से मां गंगा सबका कल्याण करती हैं और मनचाही मुराद पूरी करने के साथ ही मोक्ष प्रदान करती हैं.

Ganga Snan
आज ही के दिन खालसा पंथ की स्थापना हुई थी

बैसाख स्नान पर सुरक्षा की मजबूत व्यवस्था: हरिद्वार पुलिस ने बैसाखी स्नान को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये हैं. बैसाखी के स्नान और वीकेंड होने के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आए हैं. इसको देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र को 4 सुपर जोन, 16 जोन और 38 सेक्टरों में बांटा गया है. सभी जगह पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है. पीएसी तैनात करने के साथ ट्रैफिक प्लान और डाइवर्जन प्लान लागू किये गए हैं.
ये भी पढ़ें: आज है चैत्र शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि, बैसाखी व सोलर नव वर्ष, नवरात्रि के पांचवें दिन करें स्कंदमाता की पूजा

Last Updated : Apr 13, 2024, 11:10 AM IST
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