साहिबगंज: पाकुड़ विधानसभा की नवनिर्वाचित विधायक निशात आलम से मिलने के लिए रविवार को साहिबगंज जिले के बरहड़वा स्थित आवास पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी. निशात आलम ने भी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और अपनी जीत को आलमगीर आलम की जीत बताया. वहीं उनके बेटे के साथ तमाम लोगों ने नारे लगाए.
गौरतलब हो कि झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम फिलहाल जेल में बंद हैं. भ्रष्टाचार के आरोप में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था. उनके पीए के नौकर के घर से करोड़ों रुपए नकद मिले थे. गिरफ्तारी के बाद उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. वहीं इस चुनाव में उनकी जगह पाकुड़ सीट से कांग्रेस ने उनकी पत्नी निशात आलम को अपना प्रत्याशी बनाया, जिन्होंने रिकॉर्ड मतों से विजय प्राप्त की.
निशात आलम ने अपने प्रतिद्वंदी आजसू प्रत्याशी अजहर इस्लाम को 86 हजार से अधिक मतों से हराया. निशात आलम की एक झलक पाने के लिए बरहरवा स्थित आवास के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ी. निशात आलम के चाहने वाले ट्रैक्टरों पर सवार होकर पहुंचे थे. भीड़ इतनी अधिक थी कि पैर रखने की जगह नहीं थी. जिसके बाद निशात आलम और उनके बेटे तनवीर आलम घर की ऊपरी बालकनी में आए और सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.
निशात आलम ने सभी से कहा कि यह जीत आलमगीर आलम की है. इस विधानसभा की जनता ने जो प्यार और सम्मान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. उन्होंने कहा कि मैं जनता के दुख-सुख में हमेशा उनके साथ खड़ी रहूंगी.
वहीं उनके बेटे तनवीर आलम के साथ लोगों ने नारा लगाया कि जेल का ताला टूटेगा, आलमगीर आलम छूटेगा, तनवीर ने लोगों से कहा कि आप दुआ करें, जल्द ही उनके पिता आलमगीर आलम सभी के बीच होंगे.
ये भी पढ़ें- रांची में कांग्रेस के विधायकों की बैठक, विधायक दल के नेता पर लिया गया फैसला