नई दिल्ली : कांग्रेस टिकट चाहने वालों की भीड़ से उत्साहित है, और इसे चुनावी राज्य महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन एमवीए के पक्ष में एक राजनीतिक रुझान के रूप में देख रही है. 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव नवंबर में होने की संभावना है.
इस बारे में महाराष्ट्र के प्रभारी एआईसीसी सचिव आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया कि आवेदन अभी भी खुले हैं. अब तक हमें हर विधानसभा क्षेत्र से करीब 4 या 5 आवेदन मिले हैं. उन्होंने कहा कि टिकट चाहने वालों की भीड़ महा विकास अघाड़ी के लिए एक सकारात्मक रुझान है.
इससे पहले, राज्य इकाई ने उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए सामान्य श्रेणी के आवेदकों के लिए 20,000 रुपये और एससी और एसटी श्रेणियों से संबंधित लोगों के लिए 5,000 रुपये का शुल्क रखा था. महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ नसीम खान के अनुसार, एमवीए उम्मीदवारों के चयन का एकमात्र मानदंड 'जीतने की क्षमता' होगी और गठबंधन के साथी अगस्त के पहले सप्ताह में सीट-बंटवारे पर बातचीत शुरू करेंगे.
हालांकि सीट-बंटवारे पर गठबंधन द्वारा अभी तक कोई संख्या तय नहीं की गई है. कांग्रेस पैनल अगस्त में गठबंधन के सहयोगियों के साथ सीट-बंटवारे पर चर्चा शुरू करेगा. कांग्रेस द्वारा 125 सीटें मांगे जाने की खबरों के बीच खान ने कहा कि जीतने की क्षमता सीटों के वितरण के साथ-साथ टिकट वितरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जो किसी सीट पर पार्टी की ताकत पर निर्भर करेगा.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान एमवीए ने कुल 288 विधानसभा सीटों में से 146 सीटों पर बढ़त हासिल की थी. आने वाले चुनावों में हम इसे 200 सीटों तक ले जाएंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता टिकटों के लिए दौड़ रहे हैं, क्योंकि उन्हें लग रहा है कि गठबंधन सत्ता हासिल करने के करीब है.
2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 105, शिवसेना ने 56, एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं. भाजपा-शिवसेना गठबंधन का मुकाबला कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन से था, लेकिन इस बार कांग्रेस-एनसीपी-एसपी-शिवसेना यूबीटी एमवीए के रूप में एक साथ हैं.
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि एमएलसी चुनावों के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत करने वाले कुछ विधायकों को छोड़कर अधिकांश मौजूदा विधायकों को फिर से मैदान में उतारा जा सकता है. साथ ही, उन्होंने कहा कि टिकट तय करते समय युवा और अनुभवी दोनों का मिश्रण रखा जाएगा.
इसे ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने हाल ही में महाराष्ट्र में चुनाव तैयारियों की समीक्षा की, जहां पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती 20 अगस्त को मुंबई में एक बड़ी सार्वजनिक रैली के लिए तैयारी कर रही है.
महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ नसीम खान ने कहा कि हम एक बड़े शो की तैयारी कर रहे हैं जिसमें पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी मौजूद रहेंगे. खान ने कहा कि इसमें राज्य भर से कार्यकर्ता और नेता रैली में आएंगे. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि रैली के दौरान राहुल कथित भ्रष्टाचार, किसानों की उपेक्षा और राज्य में शहरी बुनियादी ढांचे के खराब रखरखाव को लेकर भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन सरकार की आलोचना करेंगे. पिछले कुछ दिनों से एमवीए के सभी सहयोगी विभिन्न सार्वजनिक मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन की आलोचना कर रहे हैं. शिवसेना यूबीटी के संजय राउत ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने वाले कांग्रेस के तीन मुख्यमंत्रियों का समर्थन करते हुए कहा था कि केंद्रीय बजट पक्षपातपूर्ण है.
ये भी पढ़ें- शरद पवार ने अमित शाह पर 'भ्रष्टाचार के सरगना' वाले कटाक्ष पर किया पलटवार