नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर मंगलवार रात इंडिया गठबंधन के फ्लोर नेताओं की बैठक के बाद यह घोषणा की गई. जिसमें राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने को लेकर सहमति बनी. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में फैसले की जानकारी दी.
" congress mp rahul gandhi has been appointed as the lop in the lok sabha, says congress general secretary kc venugopal pic.twitter.com/8AYbBlkEbV
— ANI (@ANI) June 25, 2024
बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को पत्र लिखकर राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त करने के फैसले की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अन्य नियुक्तियों पर फैसला बाद में लिया जाएगा.
बता दें, पिछले 10 वर्षों से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद खाली था, क्योंकि पिछले दो आम चुनावों में कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष के लिए जरूरी सीटें नहीं मिली थीं. अब 10 साल बाद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता भूमिका निभाएंगे. लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस 99 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. नेता प्रतिपक्ष पद के लिए दावा पेश करने के लिए किसी पार्टी के पास 55 सांसद होना जरूरी है.
कांग्रेस कार्य समिति ने की थी राहुल को विपक्ष का नेता बनाने की सिफारिश
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में सर्वसम्मति से राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने की सिफारिश की गई थी. हालांकि, तब राहुल ने कहा था कि उन्हें इस पर फैसला लेने के लिए समय चाहिए.
बता दें, बुधवार को 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है. इससे पहले राहुल गांधी को यह जिम्मेदारी दी गई है. वहीं, इंडिया गठबंधन ने स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार उतार कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के लिए पहली चुनौती पेश कर दी है. एनडीए ने ओम बिरला को फिर स्पीकर पद के लिए नामित किया है, जबकि विपक्ष ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को मैदान में उतारा है.
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