जयपुर. कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का सदन से निलंबन वापस लेने और सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति के मामले में सरकार से जवाब दिलवाने की मांग को लेकर कांग्रेस के विधायकों का विधानसभा में धरना जारी है. विपक्ष के विधायकों ने सदन में ही रात गुजारी और रघुपति राघव राजा राम जैसे भजन गाए. अब निलंबन वापस होने और सरकार की ओर से जवाब देने की व्यवस्था आने तक धरना जारी रहेगा. ऐसे में इस मुद्दे पर आज भी विधानसभा में गतिरोध होने की संभावना है.
ऐसे शुरू हुआ था हंगामा : नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में मुद्दा उठाया कि सीआरपीसी के तहत की गई सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति सही नहीं है. अब भारतीय न्याय संहिता के तहत नियुक्ति होनी चाहिए. इस मामले में सरकार से जवाब दिलवाने की मांग भी की. इस मुद्दे को लेकर प्रतिपक्ष के सदस्यों ने सोमवार को भोजनावकाश के बाद विधानसभा में नारेबाजी और हंगामा किया.
मार्शल-कांग्रेस विधायकों में हाथापाई : हंगामे के बीच स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को अमर्यादित व्यवहार के आरोप में सदन से बजट सत्र की बाकि बैठकों के लिए निलंबित कर दिया. मार्शल जब मुकेश भाकर को बाहर निकालने आए तो कांग्रेस विधायकों और मार्शल के बीच हाथापाई हो गई. इसके बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया.
चोटिल हुए विधायक, महिला एमएलए की चूड़ी टूटी : इस हाथापाई के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हरिमोहन शर्मा जमीन पर गिर गए. अनीता जाटव की चूड़ी टूट गई और उन्हें चोट भी आई. इसके अलावा हाकम अली, सुरेश और अन्य विधायकों को भी चोट आई है. इस घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अगुवाई में सोमवार शाम को ही कांग्रेस विधायक सदन में धरने पर बैठ गए. इसके बाद से उनका धरना लगातार जारी है.
बिना वजह गतिरोध कर रहा विपक्ष : संसदीय कार्य और कानून मंत्री जोगाराम पटेल का इस पूरे मामले को लेकर कहना है कि विपक्ष बिना वजह गतिरोध पैदा कर रहा है. सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति का मामला काफी समय से चल रहा है और कई जगह सीआरपीसी के तहत उनकी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी भी हो गई. अब विपक्ष बिना कारण इस मुद्दे को तूल देकर गतिरोध पैदा कर रहा है.
आज भी सदन में गतिरोध के आसार : विधानसभा में आज प्रश्नकाल और शून्यकाल के बाद प्रदेश में आपदा प्रबंधन के इंतजाम पर चर्चा होनी है. कांग्रेस के विधायक मुकेश भाकर का निलंबन निरस्त करने और सरकार से जवाब दिलवाने की मांग पर अड़े हैं. ऐसे में सदन में आज भी गतिरोध के हालत बनने के आसार नजर आ रहे हैं.