नई दिल्ली: चुनावी मौसम हैं और विपक्ष एक-दूसरे का उपहास उड़ाते नहीं थक रहे हैं. इसी सिलसिले में कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि पिछले कुछ हफ्तों में वह लगातार तमिलनाडु का दौरा कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने राज्य पर 'ऐतिहासिक रूप से बहुत कम ध्यान दिया हैं'.
प्रधानमंत्री के दक्षिण दौरे पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा हैं कि आज प्रधानमंत्री सेलम, तमिलनाडु और पलक्कड़, केरल का दौरा कर रहे हैं. कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जिनका उन्हें अवश्य समाधान करना चाहिए: जबकि प्रधानमंत्री पिछले कुछ हफ्तों में लगातार तमिलनाडु का दौरा कर रहे हैं, उन्होंने ऐतिहासिक रूप से राज्य पर बहुत कम ध्यान दिया है. उन्होंने दावा किया है कि दिसंबर 2023 में चक्रवात मिचौंग संकट के दौरान पीएम मोदी ने वहां कदम तक नहीं रखा.
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने चक्रवात के बाद पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए मोदी सरकार से 37,907 करोड़ रुपये जारी करने का बार-बार आग्रह किया था. रमेश ने आगे पूछा, क्या प्रधानमंत्री की तमिलनाडु के लोगों की इस महत्वपूर्ण जरूरत को पूरा करने की योजना हैं.
वो आगे कहते हैं कि 'उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी की सेलम यात्रा के दौरान उनकी नजर कई कपड़ा फैक्ट्रियों पर पड़ेगी जिन्होंने या तो मशीनरी बंद कर दी है और उनका निपटान कर दिया है या मजदूरों के लिए काम के घंटे कम कर दिए हैं'. इतना ही नही रमेश ने पूछा, नोटबंदी, जीएसटी और अनियोजित कोविड-19 लॉकडाउन से भारत की एमएसएमई विनिर्माण क्षमताओं को अकेले नष्ट करने के बाद, इन कपड़ा कारखानों को बचाने के लिए प्रधान मंत्री का विचार क्या है.
आपको बता दें प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को सेलम में एक रैली को संबोधित करेंगे. सार्वजनिक बैठक में पीएमके संस्थापक एस रामदास सहित गठबंधन पार्टी के नेताओं के शामिल होने की भी संभावना है. भाजपा आगामी चुनावों में अपने 'मिशन 400' सीटों के हिस्से के रूप में 39 निर्वाचन क्षेत्रों में से अधिक से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद करते हुए दक्षिणी राज्य पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
प्रधानमंत्री मोदी फिलहाल केरल में है. पीएम के केरल दौरे पर रमेश कहते हैं कि 'केरल वह राज्य है जिसकी तुलना प्रधानमंत्री ने सोमालिया से करने के लिए बदनामी की थी. विकास संकेतकों पर केरल का प्रदर्शन सभी भारतीय राज्यों की तुलना में लगातार बेहतर रहा है.' वो आगे पूछते है कि 'क्या प्रधानमंत्री आखिरकार राज्य पर अपनी भ्रामक टिप्पणी के लिए केरल के लोगों से माफी मांगेंगे'.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश कहते है कि केरल पश्चिमी घाट का घर है, जो एक बेहद नाजुक लेकिन महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र है. वो पीएम पर आरोप लगा कर कहते है कि पिछले 10 वर्षों में मोदी के संरक्षण में इसके पारिस्थितिकी तंत्र पर लगातार हमले हुए हैं.
वन और पर्यावरण मंत्री रह चुके रमेश पीएम पर शब्दों के बाण चलाते हुए कहते है कि 'मोदी सरकार ने कुछ पसंदीदा कॉरपोरेट्स की मदद करने के लिए और शायद भाजपा के चुनावी बांड की खरीद के लिए किए गए कर्ज को चुकाने के लिए सभी पर्यावरण और वन कानूनों को कमजोर कर दिया है'.
उन्होंने प्रधानमंत्री को इन मुद्दों पर अपनी 'चुप्पी' तोड़ने को कहा और पुछा कि क्या प्रधानमंत्री इस बारे में सफाई देंगे कि जब वह अपने कॉरपोरेट मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए हमारी पर्यावरण संरक्षण व्यवस्था को कमजोर कर रहे थे तो उनकी मंशा क्या थी?'.
आपको बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिवमोगा मे जब लोगो को संबोधित कर रहे थे तब कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने राज्य के प्रमुख मुद्दे उठाते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला था. जयराम रमेश ने पानी की समस्या पर जोर देकर कहा था कि अधिकतर हिस्सों में गंभीर सूखे की स्थिति के कारण कर्नाटक गंभीर जल संकट से जूझ रहा है और मोदी सरकार लोगों की मदद करने से इनकार कर रही है.
उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी आज कर्नाटक के शिवमोगा में हैं. उम्मीद है कि वह अपने संबोधन में राज्य के कुछ प्रमुख मुद्दों को लोगो के सामने रखेगें और उन्हें संबोधित करेंगे.'