अंबाला: हरियाणा में 25 मई को लोकसभा चुनाव के तहत मतदान होना है. लिहाजा राजनीतिक दल के नेता और उम्मीदवार चुनाव प्रचार में जुटे हैं. शुक्रवार की शाम हरियाणा की राजनीति की एक अलग की तस्वीर देखने को मिली. जहां अंबाला लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार वरुण चौधरी और हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज आमने-सामने हो गए. इसके बाद वरुण चौधरी ने शिष्टाचार दिखाते हुए अपना काफिला रोका और अनिल विज के पैर छुए.
चुनाव प्रचार की अनोखी तस्वीर: इसके बाद अनिल विज ने भी वरुण चौधरी को अपने पास बैठाया और जलपान करवाया. इस दौरान कांग्रेस नेता चित्रा सरवारा भी वरुण चौधरी के साथ मौजूद रही. बताया जा रहा है कि रोजाना की तरह ही अनिल विज अपने कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं संग बैठे थे. तभी अंबाला लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार वरुण चौधरी चुनाव प्रचार करते हुए वहां से निकले. जब दोनों का आमना-सामना हुआ.
वरुण चौधरी और अनिल विज की मुलाकात: वरुण चौधरी ने काफिला रोका और कार से उतारकर पूर्व गृह मंत्री के पांव छुए. इसके बाद विज ने भी उन्हें भाजपा कार्यालय के बाहर बैठा कर जलपान कराया. इस बीच आसपास मौजूद लोगों ने भी इस पल का खूब आनंद उठाया, क्योंकि राजनीति में ऐसी तस्वीरें बहुत की हम देखने को मिलती हैं. जहां पक्ष और विपक्ष के नेता चुनाव प्रचार के दौरान एक जगह बैठे दिखाई दें.
मुलाकात पर राजनीति: अनिल विज और वरुण चौधरी की मुलाकात के बाद राजनीति गलियारे में हलचल मच गयी. बाद में अनिल विज ने मुलाकात पर सफाई देते हुए कहा कि "यह शिष्टाचारवश मुलाकात थी, हमने आशीर्वाद नहीं दिया". अनिल विज ने कहा कि "वे भाजपा कार्यकर्ताओ के साथ बैठे थे कि तभी तीन गाड़िया रुकी जिसमें वरुण व अन्य कांग्रेसी नेता भी थे जो आकर उनके पास बैठ गए. शिष्टाचार के नाते उन्होंने उन सभी को जलपान करवाया और अगर इस पर भी कोई एतराज उठता है तो उन्हें राजनीती मे नहीं रहना चाहिए क्योंकि शिष्टाचार तो सबके साथ है ऐसा नहीं है कि कोई आये और उन्हें जलपान न करवायें. जो व्हाट्सअप पर चल रहा है कि मैंने आशीर्वाद दे दिया ये गलत है. हां उन्होंने मेरे पांव भी छुए और कहा कि आशीर्वाद दे दो लेकिन राजनीति अपनी जगह है और व्यक्तिगत रिश्ते जो है वो अलग है".
अंबाला सीट पर कांग्रेस और बीजेपी में टक्कर! बता दें कि अंबाला लोकसभा क्षेत्र में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है. बीजेपी ने इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रतनलाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया को टिकट दिया है. तो वहीं कांग्रेस ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के बेटे और विधायक वरुण चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है.