वाराणसी: वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने आए कॉमेडियन श्याम रंगीला का पर्चा खारिज हो गया. बुधवार को ही उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया था. नामांकन खारिज होने के बाद श्याम रंगीला ने आरोप लगाया है कि, मुझे बताया गया है कि नामांकन शपथ न लेने के कारण मेरा पर्चा खारिज हो गया है. लेकिन मुझे इसके बारे में नामांकन के दौरान जानकारी नहीं दी गई थी. श्याम रंगीला ने कहा कि, आज मैं कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हूं. अब सोचता हूं कि कॉमेडी ही बेहतर क्षेत्र है, राजनीति मेरे बस की बात नहीं है.
बता दें कि, 14 मई को नामांकन पत्र जमा करने के बाद श्याम रंगीला ने जानकारी दी थी कि उन्होंने नामांकन कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने अपनी संपत्ति की जानकारी भी भरी थी. श्याम रंगीला ने वाराणसी सीट से निर्दलीय नामांकन पर्चा भरा था. उन्होंने बताया था कि सभी जरूरी कागजात उन्होंने जमा कर दिए हैं और जरूरी जानकारी भी उपलब्ध करा दी है. इसके बाद उन्हें बुधवार को बताया कि शपथ पूरी न करने के कारण उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया है.
श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि, वाराणसी से नहीं लड़ने देंगे ये तय था, अब साफ हो गया. दिल जरूर टूट गया है, हौंसला नहीं टूटा है. आप सबके सहयोग के लिए शुक्रिया. मीडिया और शुभचिंतकों से निवेदन है कृपया अभी कॉल न करें, जो भी सूचना होगी यहां देता रहूंगा. शायद अब थोड़ी देर बातचीत करने की इच्छा नहीं है. श्याम रंगीला ने एक पोस्ट में लिखा है कि, कल 27 नामांकन जमा हुए और आज 32 रिजेक्ट हो गये. हंसी आ रही है चुनाव आयोग पर. हंस लूं क्या? या रो लूं? इससे पहले बार-बार चुनाव आयोग और वाराणसी प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया था.
बता दें कि, श्याम रंगीला राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले हैं. वे लगातार पीएम मोदी की मिमिक्री करते रहते हैं. उन्होंने कई प्लेटफॉर्म पर पीएम मोदी की मिमिक्री की है. साल 2014 में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मिमिक्री करने के बाद खूब सुर्खियां बटोरी थीं. कई बार उन्होंने पीएम मोदी को लेकर व्यंग्य किए और विवादों में घिर गए. पेट्रोल के दाम सहित ऐसे कई मुद्दे रहे हैं, जिन पर उन्होंने पीएम मोदी की आलोचना की है.