देहरादून: तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य का देहरादून के निजी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. शनिवार तीन फरवरी को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी हॉस्पिटल पहुंचकर पद्मविभूषण रामभद्राचार्य का कुशलक्षेम जाना और डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. वहीं, रामभद्राचार्य जी ने भी वीडियो संदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने खुद अपने स्वास्थ्य के बारे में भक्तों को जानकारी दी.
दरअसल, यूपी के हाथरस जिले में शुक्रवार दो फरवरी को श्रीराम कथा का वाचन करते हुए तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. रामभद्राचार्य महाराज करीब 74 साल के हैं. रामभद्राचार्य महाराज को तत्काल आगरा के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी तबीयत को देखते हुए डॉक्टरों उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया था.
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रामभद्राचार्य महाराज को एयरलिफ्ट कर देहरादून लाया गया था. देहरादून के निजी हॉस्पिटल में जगद्गुरु रामभद्राचार्य का इलाज चल रहा है. करीब चार साल पहले रामभद्राचार्य की ओपन हार्ट सर्जरी भी हो चुकी है. शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हॉस्पिटल पहुंचकर पद्मविभूषण रामभद्राचार्य का कुशलक्षेम जाना.
इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि उन्होंने आज रामभद्राचार्य से हॉस्पिटल में मुलाकात की, उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है. सीएम धामी ने बाबा केदार से रामभद्राचार्य जी से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की. इसी के साथ रामभद्राचार्य ने भी हॉस्पिटल से वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि विधाता की नीयत कुछ और होती है और व्यक्ति का चिंतन कुछ और. इस बार कुछ ऐसा ही हो गया. वरना वो कोई भी कथा कैंसिल नहीं करते हैं, लेकिन अभी कुछ दिनों तक शरीर को विश्राम देना पड़ेगा.
रामभद्राचार्य जी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि जुकाम, खांसी और सांस लेने में हो रही दिक्कतों के कारण कथाओं में बहुत देर तक रहना उचित नहीं लग रहा है. रामभद्राचार्य जी ने अपने भक्तों से अपील की है कि वो चिंता न करें और न ही निराधार खबरों पर विश्वास करें. उन्होंने कहा कि सभी लोग थोड़ा सा सब्र रखें. थोड़े समय बाद वो पहले की तरह मंद-मंद मुस्कान के साथ सभी के सामने उपस्थित होंगे और फिर से कथा करेंगे.