रांचीः 28 जून को नियमित जमानत पर जेल से बाहर निकलने और 4 जुलाई को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन एक अलग तेवर में नजर आ रहे हैं. एक तरफ साजिश के तहत झूठे केस में पांच माह तक जेल में रखने का आरोप लगाकर भाजपा को घेर रहे हैं, तो दूसरी तरफ आध्यात्मिक रंग में भी रंगे दिख रहे हैं.
पत्नी कल्पना सोरेन के साथ सीएम हेमंत सोरेन ने मां बगलामुखी की पूजा की
5 जुलाई की सुबह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन के साथ महात्मा गांधी रोड यानी मेन रोड से लगे चर्च रोड स्थित मां बगलामुखी मंदिर पहुंचे. वहां उन्होंने विधि-विधान के साथ देवी की पूजा की. इस दौरान उनके साथ गांडेय से उपचुनाव जीतकर विधायक बनीं उनकी धर्मपत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी पत्नी के साथ पूजा-अर्चना कर राज्यवासियों के लिए सुख-शांति, समृद्धि और उन्नति की कामना की.
इससे पहले 4 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने वीर शहीद सिदो-कान्हू और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था. फिर प्रोजेक्ट भवन में महत्वपूर्ण फाइलों को निपटाने के बाद अपने आवास स्थित भोलेनाथ और भगवान महावीर की पूजा की थी. उस वक्त भी उनकी पत्नी उनके साथ थीं.
अलग गेटअप में नजर आ रहे हेमंत सोरेन
खास बात यह है कि हेमंत सोरेन अब अलग गेटअप में नजर आ रहे हैं. उनकी मूंछें और दाढ़ी बढ़ी हुई है. वह सफेद कुर्ता-पैजामा के साथ कंधे पर गमछा लेकर घूम रहे हैं. इसी परिधान में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की भी शपथ ली थी.दरअसल, झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष सह झारखंड आंदोलनकारी शिबू सोरेन हमेशा इसी गेटअप में नजर आते रहे हैं. लिहाजा हेमंत सोरेन के इस नए तेवर के मायने क्या हैं यह समझा जा सकता है.
विपरित हालत में कल्पना सोरेन ने बनाई अपनी पहचान
एक और गैर करने वाली बात ये है कि 2019 के चुनाव के बाद जब हेमंत सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली थी, तब निजी दौरे पर ही उनकी पत्नी कल्पना सोरेन नजर आतीं थी. अब दोनों साथ-साथ दिख रहे हैं. इसकी वजह भी है. क्योंकि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कल्पना सोरेन ने भी पार्टी की कमान संभाल रखी थी. वह स्टार प्रचारक बनकर उभरीं. विपरित हालात में अपनी पहचान बनायी और गांडेय उपचुनाव भी जीतने में सफल रहीं.
ये भी पढ़ें-
झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री बने हेमंत सोरेन, समय कम चुनौतियां ज्यादा! - Hemant Soren Oath