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सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत पर बोले सीएमः न्यायालय सर्वोपरि है, मगर उन पांच महीनों का क्या होगा - CM Hemant Soren

CM Hemant Soren over Supreme Court decision. सुप्रीम कोर्ट ने सीएम हेमंत सोरेन को बड़ी राहत ईडी की याचिका को खारिज करते हुए हाईकोर्ट के आदेश पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट से राहत पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि न्यायालय सर्वोपरि है जहां न्याय मिलता है, मगर उन पांच महीनों का क्या होगा.

CM Hemant Soren expressed happiness over decision of Supreme Court
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 29, 2024, 5:02 PM IST

रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है. सीएम ने कहा है कि न्यायालय सर्वोपरि है, यह वह स्थल है जहां से सभी को न्याय मिलता है. इस मौके पर उन्होंने विरोधियों पर भी जमकर निशाना साधा.

सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने पर सीएम हेमंत और विधायक कल्पना सोरेन की प्रतिक्रिया (ETV Bharat)

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मुझे बदनाम करने की कोशिश की गई यहां तक कि ऐसा बताया गया कि मैं राज्य की बड़ी संपत्ति लेकर फरार हो गया हूं. इतना ही नहीं यहां तक कि मुझे जेल के सलाखों में डाला गया. इस बीच विरोधियों के द्वारा सोरेन परिवार पर तरह-तरह के लांछन लगाए गये. सीएम ने आगे कहा कि जेल जाने के बाद पांच महीने का मेरा कीमती वक्त का भी इन लोगों ने बर्बाद कर दिया और शायद वो कीमती वक्त जाया नहीं होता तो हम राज्य की अनगिनत समस्याओं का हल कर पाते.

अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि जो अपने समाज के गरीब, आदिवासी, दलितों के आवाज बनने का काम कर रहे हैं. उनकी आवाज को दबाने और कुचलने का येनकेन प्रकारेण अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने का काम कुछ लोग कर रहे हैं. सीएम ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि आज पुन: सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से यही बात साबित हो गयी है.

हेमंत जी के पांच महीने का क्या होगा- कल्पना सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उनकी पत्नी विधायक कल्पना सोरेन ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. विधानसभा में मीडियाकर्मियों के द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए विधायक कल्पना सोरेन ने कहा कि सत्य की जीत हुई है मगर बड़ा सवाल यह है कि हेमंत जी के पांच महीने का क्या होगा. अलग संघ शासित प्रदेश बनाने की मांग का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि ये वही लोग हैं जो समाज को तोड़ते हैं परिवार को तोड़ते हैं और देश और राज्य में येन केन प्रकारेण कैसे अनिश्चय फैले इस काम में लगे रहते हैं.

बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े जमानत पर झारखंड हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए ईडी की याचिका को खारिज कर दिया है. इस याचिका में हेमंत सोरेन को झारखंड हाईकोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के फैसले को ईडी के द्वारा उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गयी थी.

इसे भी पढ़ें- धन शोधन मामला: SC ने हेमंत सोरेन की जमानत को चुनौती देने वाली ईडी की याचिका खारिज की - Hemant Soren Money laundering case

इसे भी पढ़ें- सीएम हेमंत सोरेन की जमानत को लेकर सुप्रीम कोर्ट पर टिकी सबकी निगाहें, ईडी ने की है हाई कोर्ट के फैसले को खारिज करने की अपील - Hemant Soren bail

इसे भी पढ़ें- सीएम हेमंत सोरेन की बेल को ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती, आने वाले चुनाव में क्या होगा इसका असर, झामुमो को फायदा होगा या नुकसान - Challenge to Hemant Soren bail

रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है. सीएम ने कहा है कि न्यायालय सर्वोपरि है, यह वह स्थल है जहां से सभी को न्याय मिलता है. इस मौके पर उन्होंने विरोधियों पर भी जमकर निशाना साधा.

सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने पर सीएम हेमंत और विधायक कल्पना सोरेन की प्रतिक्रिया (ETV Bharat)

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मुझे बदनाम करने की कोशिश की गई यहां तक कि ऐसा बताया गया कि मैं राज्य की बड़ी संपत्ति लेकर फरार हो गया हूं. इतना ही नहीं यहां तक कि मुझे जेल के सलाखों में डाला गया. इस बीच विरोधियों के द्वारा सोरेन परिवार पर तरह-तरह के लांछन लगाए गये. सीएम ने आगे कहा कि जेल जाने के बाद पांच महीने का मेरा कीमती वक्त का भी इन लोगों ने बर्बाद कर दिया और शायद वो कीमती वक्त जाया नहीं होता तो हम राज्य की अनगिनत समस्याओं का हल कर पाते.

अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि जो अपने समाज के गरीब, आदिवासी, दलितों के आवाज बनने का काम कर रहे हैं. उनकी आवाज को दबाने और कुचलने का येनकेन प्रकारेण अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने का काम कुछ लोग कर रहे हैं. सीएम ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि आज पुन: सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से यही बात साबित हो गयी है.

हेमंत जी के पांच महीने का क्या होगा- कल्पना सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उनकी पत्नी विधायक कल्पना सोरेन ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. विधानसभा में मीडियाकर्मियों के द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए विधायक कल्पना सोरेन ने कहा कि सत्य की जीत हुई है मगर बड़ा सवाल यह है कि हेमंत जी के पांच महीने का क्या होगा. अलग संघ शासित प्रदेश बनाने की मांग का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि ये वही लोग हैं जो समाज को तोड़ते हैं परिवार को तोड़ते हैं और देश और राज्य में येन केन प्रकारेण कैसे अनिश्चय फैले इस काम में लगे रहते हैं.

बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े जमानत पर झारखंड हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए ईडी की याचिका को खारिज कर दिया है. इस याचिका में हेमंत सोरेन को झारखंड हाईकोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के फैसले को ईडी के द्वारा उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गयी थी.

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